झुंड से बिछड़े जंगली हाथी का आतंक, पोल्ट्री फार्म और दो मकानों को ढहाया

दारु, कटकमदाग के साथ ही मुफस्सिल थाना क्षेत्र के डेढ़ सौ से अधिक गांव में जंगली हाथी के आतंक से लोग परेशान

राजेश प्रकाश, हजारीबाग। झुंड से बिछड़े जंगली हाथी का आतंक क्षेत्र में बीते कई हफ्तों से बना हुआ है। दारु, कटकमदाग के साथ ही मुफस्सिल थाना क्षेत्र के डेढ़ सौ से अधिक गांव में जंगली हाथी के आतंक से लोग परेशान हैं। सोमवार सुबह मुफस्सिल थाना क्षेत्र के 2 गांव में जंगली हाथी ने पहुंचकर चिंघाड़ते हुए पोल्ट्री फार्म और दो मकानों को ढहा दिया। हजारों का नुकसान हुआ है। ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचना दी है लेकिन कोई भी वन कर्मी मौके पर नहीं पहुंचा है।

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सोमवार सुबह मुफस्सिल थाना क्षेत्र के तरवा खरवा गांव और बभनबे गांव में झुण्ड से बिछड़कर जंगली हाथी पहुँच गया। हाथी ने बभनबे गांव में एक पोल्ट्री फार्म तथा दो मकान को ध्वस्त कर दिया। इसके बाद जंगली हाथी किसानों के खेत में घुस गया। हाथी ने चिंघाड़ते हुए किसानों के खेतों में लगी गन्ना की कई बीघा फसल बर्बाद कर दिया।

वही आइसेक्ट यूनिवर्सिटी की चारदिवारी और किसानों के खेतों में लगी बाड़ को भी तोड़ दिया। इतना ही नहीं बल्कि रास्ते में जा रहे ट्रैक्टर वाहन को भी नुकसान पहुंचाने का हाथी ने प्रयास किया। गनीमत यह रही कि ट्रैक्टर चालक हाथी को देखकर मौके से भाग निकला। हाथी के आतंक से ग्रामीणों के बीच दहशत का माहौल है। इसकी जानकारी ग्रामीणों के द्वारा वन विभाग के कर्मियों को भी दी गई लेकिन वन विभाग के कर्मी भी हाथी को भगाने में असमर्थ नजर आ रहे हैं।

पिछले 1 महीने में हाथी ने एक व्यक्ति को कुचल कर मौत के घाट उतार दिया और कई लोगों को घायल भी किया है एवं कई घरों को तहस-नहस कर दिया है। ग्रामीण जंगली हाथी को गांव से दूर भगाने के लिए वन विभाग से लगातार अपील कर रहे हैं। लेकिन वन विभाग के अधिकारी सुन नहीं रहे हैं।
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