दिल्ली के जंतर-मंतर पर आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने हक़ और अधिकार के लिए भरी हुंकार

सरकारी कर्मचारियों की तरह सभी सुविधाएं प्रदान करें सरकार

नई दिल्ली।देशभर की आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने अपने हक और अधिकार के लिए बुधवार को नई दिल्ली के जंतर मंतर पर पहुंचकर हुंकार भरी। सभी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की सिर्फ एक मांग है कि सरकारी कर्मचारियों की तरह सभी सुविधाएं प्रदान की जाए। आंगनबाड़ी कार्यकतियों ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार न चेती तो आंदोलन को और वृहद किया जाएगा।

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देशभर की आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां वर्षों से अपने क्षेत्र में संविदा पर काम करने को मजबूर है। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां वर्षों से सरकारी कर्मचारियों की तरह वेतनमान व अन्य सुविधाओं की मांग कर रही है लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। जिसके चलते अब आंदोलन का सभी ने सहारा लिया है।

जंतर मंतर पर बुधवार को आयोजित पूर्व घोषित एकदिवसीय धरना प्रदर्शन में यूपी, बिहार समेत विभिन्न राज्यों की आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां एकत्रित हुई। रेलवे स्टेशन और बस अड्डे से विभिन्न प्रांतो और जिलों की आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां जुलूस में जंतर मंतर पहुंची। सभी का सिर्फ एक ही नारा था कि सरकारी कर्मचारियों की तरह वेतन-भत्ते और सुविधाएं प्रदान की जाए।

anganwadi-workers-shouted-for-their-rights-at-jantar-mantar-in-delhiविभिन्न प्रांतो और जिलों के आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के हुजूम के चलते जंतर मंतर पर तिल रखने पर की जगह नहीं थी। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सभी ने अपने हक और हुकूक की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन शुरू किया है।

यूपी के बहराइच जिले से भी सैकड़ो की संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां और संगठन के पदाधिकारी दिल्ली के जंतर मंतर पहुंचे हैं। आंगनबाड़ी कार्यकत्री संघ बहराइच की जिला अध्यक्ष सुनीता आर्य, ब्लॉक अध्यक्ष तेजवापुर पूनम सिंह, कोकिला शर्मा, हरिकेश, सराफत अंसारी, पुष्पा, लक्ष्मीनारायण, आंगनबाड़ी कार्यकत्री संघ संगठन के संरक्षक सुरेश त्रिपाठी की अगुवाई में जंतर मंतर पहुंचे बहराइच के पदाधिकारी भी अपनी आवाज को बुलंद कर रहे हैं।

anganwadi-workers-shouted-for-their-rights-at-jantar-mantar-in-delhiजंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे आंगनबाड़ी संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि उन सभी की भर्ती सरकारी कर्मचारियों की तरह सभी मानकों को पूरा करते हुए की गई। कोर्ट ने भी अपने कई फैंसलों में आंगनबाड़ी कर्मचारी को सरकारी कर्मचारी की तरह माना है, इसके बावजूद सरकार सरकारी कर्मचारियों की तरह सुविधा प्रदान नहीं कर रही।

पदाधिकारियों का कहना है कि कार्य तो कर्मचारियों की तरह ही लिया जाता है, लेकिन सुविधाएं और वेतन देने के लिए सरकार चुप्पी साधे हुए है। सरकार को अब यह चुप्पी तोड़कर आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को उनका हक देना होगा।
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