अब दक्षिण कोरियाई किम बोह नी बनी भारत की बहू, शाहजहांपुर के सुखजीत से रचाई शादी
2 साल पूर्व रेस्तरां से शुरू हुई प्रेम कहानी शादी के बंधनों तक पहुंची
शाहजहाँपुर। प्यार की कोई सीमा नहीं होती। सीमा हैदर और अंजू की प्रेम कहानी के बाद अब दक्षिण कोरियाई लड़की की प्रेम कहानी शाहजहाँपुर से सामने आई है। जहाँ एक दक्षिण कोरियाई युवती भौगोलिक दूरियों को धता बताते हुए अपने प्रेमी सुखजीत सिंह से शादी करने भारत आई। उन दोनों की प्रेम कहानी दो साल पहले दक्षिण कोरिया के एक रेस्तरां में शुरू हुई और अब शादी के बंधनों तक पहुंच गई है।
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शाहजहांपुर जिले के पुवायां तहसील के उदाना गांव के रहने वाले सुखजीत सिंह ने छह साल पहले बुसान शहर के कॉफी रेस्टोरेंट में काम किया था। उसी प्रतिष्ठान में, 23 वर्षीय दक्षिण कोरियाई किम बोह नी भी काम करती थी। उन दोनों के बीच प्यार पनपा और किम बोह नी को सुखजीत से गहरा प्यार हो गया।
अभी कुछ दिनों पूर्व सुखजीत छह महीने की छुट्टी लेकर भारत अपने घर लौटा। यात्रा के दौरान सुखजीत ने किम को लगातार फोन किया और उसके संपर्क में रहा। इस दौरान सुखजीत ने किम को भारतीय रीति-रिवाजों और परंपराओं से परिचित कराया। ऐसे में सुखजीत की गैर मौजूदगी किम को अखरने लगी। बुसान शहर में अकेली किम सुखजीत के लिए तड़पने लगी और उसने सुखजीत से बातचीत करते हुए भारत का रुख कर लिया।
बीते सप्ताह किम बोह नी भारत शाहजहांपुर में सुखजीत के घर पहुंची किम को घर पर पाकर सुखजीत खुशी से उछल पड़ा। सुखजीत ने किम का परिवार के लोगों से परिचय कराया, सुखजीत और किम ने सिख रीति-रिवाज से गुरुद्वारे में भव्य समारोह के साथ शादी की। सात जन्मों तक साथ जीने मरने की कसम भी खाई।
किम अब सुखजीत के घर पर रह रही है, उसे आसपास के वातावरण, सड़कों, खेतों और लोगों के गर्मजोशी भरे आतिथ्य में खुशी मिल रही है। दोनों नवविवाहित जोड़े अपनी शादी के बाद बहुत खुश हैं और उनके परिवार दक्षिण कोरियाई बहू किम को लेकर बहुत प्रसन्न नजर आ रहे हैं।
शादी के बंधन में बंधने के बाद किम बोह नी का कहना है कि सुखजीत के बिना बुसान में रहना मुश्किल हो रहा था। इसी के चलते वह भारत चली आई। सुखजीत का कहना है कि वह किम के साथ बुसान जाकर वहीं पर अपनी गृहस्थी बसाना चाहता है।
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