सरकार ! बहराइच में नहीं हुई वर्षा, सूखाग्रस्त करें घोषित

भारतीय किसान परिषद ने सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन कहा 40 फीसदी खेतों में नहीं रोपा जा सका धान

बहराइच। भारतीय किसान परिषद के तत्वावधान में आज शनिवार को मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट बहराइच के माध्यम से भेजकर जनपद को सूखाग्रस्त घोषित किये जाने की मांग की गई है।

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भारतीय किसान परिषद के प्रदेश संरक्षक संजीव श्रीवास्तव के नेतृत्व में संगठन प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री को प्रेषित ज्ञापन में उल्लेख किया है कि खरीफ़ की फसल उत्पादकता के महत्वपूर्ण समय मे जनपद में वर्षा न होने के कारण महज 35 से 40 प्रतिशत धान फसल की रोपाई ही हो पाई है। दलहनी एवं तिलहनी फसलों की भी बुआई अबतक नही हो पाई है जबकि वर्षाकाल का मध्य सत्र समाप्त होने के कगार पर है।

किसान परिषद के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को प्रेषित ज्ञापन में उल्लेख किया है कि जनपद में संचालित नहरें बंद पड़ी हैं और नलकूप भी संचालित नही हो पा रहे हैं ऐसे में किसानों को तमाम दुश्वारियां झेलनी पड़ रही हैं। जिन खेतों में धान फसल की रोपाई हो गई थी उन्हें भी समय पर पानी न मिल पाने से फसलें सुख गई हैं खेतों में दरार पड़ रही है।

किसान परिषद पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री व जिला प्रशासन से मांग किया है कि राजस्व विभाग व आपदा विभाग से अपवर्षण का मूल्यांकन करवा कर फसल क्षति सम्मान निधि तत्काल दिलवाया जाए साथ ही किसानों को अविलम्ब दलहनी व तिलहनी फसलों की किट मुफ्त में उपलब्ध करवाया जाए।

किसान परिषद पदाधिकारियों ने ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया है कि फसल बीमा योजना एवं किसान सम्मान निधि से वंचित किसानों का पुनः रजिस्ट्रेशन करवाया जाए साथ ही किसान केंद्र से बीज क्रय करने वाले किसानों की सब्सिडी उनके खाते में भिजवाया जाए ताकि किसानों को आपदा काल मे कुछ राहत मिल सके।

भारतीय किसान परिषद की ओर से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौपने वाले पदाधिकारियों में प्रमुख रूप से वरिष्ठ उपाध्यक्ष जय कृष्ण मौर्य, उपाध्यक्ष केशव पाण्डेय, महामंत्री शिव पूजन सिंह, शिक्षक नेता पुण्डरीक पाण्डेय, किसान नेता अरविंद चौधरी, प्रगतिशील कृषक इंद्रजीत उपाध्याय, एलबी तिवारी व धनीराम मौर्य आदि शामिल रहे।

मुख्य राजस्व अधिकारी ने किसान प्रतिनिधि मंडल को आश्वस्त किया कि उनकी मांगो पर गंभीरता पूर्वक विचार कर फसल क्षति का आंकलन कर शीघ्र ही अपवर्षण राहत दिलवाया जाएगा।
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