डीएम मोनिका रानी ने सहायक अध्यापिका आकांक्षा त्रिवेदी की थपथपाई पीठ
जिलाधिकारी ने विद्यालयों का निरीक्षण कर छात्र-छात्राओं से पूछे सवाल मध्याह्ण भोजन की स्थिति भी जांची
बहराइच। परिषदीय विद्यालयों की शिक्षण कार्य की गुणवत्ता, शिक्षक-शिक्षिकाओं व छात्र-छात्राओं की उपस्थिति, मध्यान्ह भोजन, निःशुल्क पुस्तक एवं ड्रेस वितरण, आधार फीडिंग, विद्यालय परिसर की साफ-सफाई तथा भवन का जायज़ा लेने के उद्देश्य से जिलाधिकारी मोनिका रानी ने विकास खण्ड चित्तौरा अन्तर्गत प्राथमिक विद्यालय नगरौर प्रथम व बेरिया तथा संविलियन विद्यालय उन्नैसा का औचक निरीक्षण किया। विद्यालयों के निरीक्षण के दौरान पठन-पाठन की स्थिति जाचते हुए मध्यान भोजन की स्थिति जांची छात्र-छात्राओं से सवाल भी पूछे। निरीक्षण के दौरान डीएम को पता चला कि कुछ विद्यार्थियों को यूनिफॉर्म की धनराशि नहीं मिली है। इस पर उन्होंने प्रधानाध्यापक को बैंक से सामंजस्य स्थापित कर छात्र-छात्राओं के खाते में यूनिफॉर्म का पैसा भिजवाने के निर्देश दिए।
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विद्यालयों के निरीक्षण के दौरान डीएम ने पाया कि नगरौर प्रथम को छोड़कर शेष दोनों विद्यालयों में फल का वितरण नहीं किया गया है। इस स्थिति पर डीएम ने कड़ी नाराज़गी जताते हुए जिला पंचायत राज अधिकारी के माध्यम से दोनों विद्यालयों से सम्बन्धित ग्राम प्रधानों का स्पष्टीकरण प्राप्त करने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी मोनिका रानी सबसे पहले नगरौर प्रथम प्राथमिक विद्यालय पहुंची। स्कूल के निरीक्षण के दौरान डीएम ने उपस्थिति पंजिका से नाम बोलकर कक्षा 03 के बच्चों की उपस्थिति का सत्यापन करने के बाद डीएम ने क्लास रूम का निरीक्षण किया। डीएम के निरीक्षण के दौरान सहायक अध्यापिका आकांक्षा त्रिवेदी छात्र छात्राओं को मैथ पढ़ाती मिली। इस पर जिलाधिकारी ने क्लासरूम में पहुंचकर कक्षा में बैठे छात्र छात्राओं से सवाल पूछे। सभी सवालों का बच्चों ने समुचित जवाब दिया इस पर जिलाधिकारी काफी प्रसन्न नजर आई। जिलाधिकारी ने बेहतर अध्यापन कार्य के लिए शिक्षिका आकांक्षा त्रिवेदी की सराहना भी की।
आपको बताते चलें कि शिक्षिका के लिए डीएम द्वारा की गई तारीफ इस मायनों में भी अलग है कि प्रशासनिक सेवा में आने से पूर्व जिलाधिकारी मोनिका रानी लगभग 10 वर्ष तक स्वयं अध्यापन कार्य कर चुकी हैं। इसके चलते पठन-पाठन कार्य और स्कूलों से उन्हें काफी लगाव है।
स्कूल में अध्ययनरत छात्र छात्राओं के आधार के सत्यापन के दौरान डीएम मोनिका रानी ने पाया कि यहां पर कई बच्चों का आधार कार्ड नहीं बना है। इस पर डीएम ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया कि आधार कार्ड बनाने के लिए विद्यालयवार रोस्टर निर्धारित कर अवशेष बच्चों का आधार बनवाया जाय। जिलाधिकारी मोनिका रानी ने स्कूल परिसर में ही चल रहे आंगनबाड़ी केन्द्र का भी निरीक्षण कर दोस्तों का जायजा लेकर आवश्यक निर्देश दिये।
प्राथमिक विद्यालय बेरिया के निरीक्षण के दौरान डीएम ने उपस्थिति पंजिका से कक्षा 05 के बच्चों की उपस्थिति का सत्यापन किया। कक्षा पांच के निरीक्षण के दौरान पाया गया कि शिक्षिका द्वारा वाटिका पुस्तक को पढ़ाया जा रहा है। रीडिंग क्षमता का जायज़ा लेने हेतु डीएम ने छात्रा रोशनी से पुस्तक को पढ़वाया। बच्ची द्वारा पुस्तक का पैरा पढ़ कर सुना दिया गया।
शिक्षण स्टाफ की उपस्थिति का जायज़ा लेने पर शिक्षा मित्र बेनज़ीर हैदर आनलाइन छुट्टी स्वीकृत कराए बिना विद्यालय में ड्यूटी पर अनुपस्थित मिली। हालांकि शिक्षा मित्र द्वारा आफलाइन आवेदन स्कूल में दिया गया था। डीएम ने इस मामले में शिक्षामित्र का स्पष्टीकरण प्राप्त करने का निर्देश हेड मास्टर को दिया।
संविलियन विद्यालय उन्नैसा की व्यवस्था संतोषजनक न पाये जाने पर डीएम ने प्रभारी प्रधानाचार्या पूनम श्रीवास्तव का स्पष्टीकरण प्राप्त करने के निर्देश दिये। डीएम ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया कि विभागीय अधिकारी विद्यालयों का निरीक्षण कर व्यवस्थाएं दुरूस्त कराएं। इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एस.के. सिंह व जिला समन्वयक एमडीएम राकेश कुमार मिश्रा मौजूद रहे।
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