In Bihar Journalist Murder : आवाज देकर पत्रकार को घर के बाहर बुलाया, घर के बाहर निकलते ही झोंक दिया फायर, मौत

छोटे भाई की हत्या के मामले में गवाही न देने का पड़ रहा था दबाव, छोटे भाई की तर्ज पर ही की गई पत्रकार विमल की भी हत्या, जांच में जुटी पुलिस

In Bihar Journalist Murder : अररिया। बिहार के अररिया में अपराधियों ने शुक्रवार की सुबह-सुबह एक दैनिक अखबार के पत्रकार विमल कुमार यादव की गोली मारकर हत्या कर दी। यादव अपने आवास पर थे जब अपराधी पहुंचे, दरवाजा खटखटाया और बाहर निकलते ही उन पर गोलियां चला दीं। घटना से इलाके में हड़कंप मच गया है।

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आपको बताते चले कि जिले के रनियागंज थाना अंतर्गत बेलसरा निवासी पत्रकार विमल कुमार यादव का मकान हीरो शोरूम के पीछे स्थित है। घटना के बाद, पत्रकार यादव की पत्नी पूजा देवी ने शोर मचाया और स्थानीय निवासियों को इकट्ठा किया। उन्होंने रनियागंज थाने को भी पति को गोली मारेजाने की सूचना दी। थानाध्यक्ष कौशल कुमार दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। पत्रकार यादव को रनियागंज रेफरल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बाद में उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए अररिया सदर अस्पताल भेज दिया गया।

विमल कुमार यादव के परिवार में उनकी पत्नी, एक बेटा और एक बेटी हैं। इस हादसे से परिवार के सदस्य सदमे में हैं। पूजा देवी ने बताया कि सुबह उन्होंने दरवाजे पर दस्तक और किसी को उनके पति का नाम पुकारते हुए सुना। जब उन्होंने दरवाजा खोला तो उन्हें गोलियों की आवाज सुनाई दी। उसका पति बाहर भागा और घायल अवस्था में मिला। पूजा ने आसपास के निवासियों को गोलीबारी के बारे में सचेत किया। सुबह का समय होने के कारण बाहर ज्यादा लोग नहीं थे।

पूजा देवी ने विलखते हुए पुलिस को बताया कि उसके देवर गब्बू यादव की भी दो साल पहले इसी अंदाज में अपराधियों ने हत्या कर दी थी। उनके पति, विमल कुमार यादव, उस घटना से संबंधित अदालती मामले में प्राथमिक गवाह थे। उन्होंने हाल ही में अदालत में गवाही दी थी, बावजूद इसके कि अपराधियों ने उन्हें गवाही देने से रोकने की कोशिश की थी।

घटना के बाद पोस्टमार्टम हाउस पर काफी संख्या में पत्रकार जमा हो गये. जिला पत्रकार संघ के अध्यक्ष अमरेंद्र कुमार, सचिव अमित कुमार अमन, मिंटू सिंह समेत अन्य लोग मामले को लेकर पुलिस अधिकारियों से बातचीत में जुटे. उन्होंने दोषियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की और पत्रकारों की सुरक्षा के बारे में चिंता व्यक्त की, यहां तक ​​कि जरूरत पड़ने पर संभावित विरोध का भी संकेत दिया
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