जनता की समस्याओं का अधिकारी नियमित रूप से करें निस्तारण : सीएम योगी

व्यवस्थाओं की समीक्षा कर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को दिए कड़े निर्देश, मुख्यमंत्री ने संभावित बाढ़ से निपटने के लिए किया अलर्ट कहा राजस्व अधिकारी और थानेदार क्षेत्रों में करें रात्रि निवास

वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी में निर्माणाधीन विकास एवं निर्माण कार्यों को युद्धस्तर पर अभियान चलाकर गुणवत्ता के साथ में निर्धारित समय सीमा में पूर्ण कराने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए लाभार्थीपरक योजनाओं का लाभ पात्र लाभार्थियों को प्रत्येक दशा में प्राथमिकता पर उपलब्ध कराने को निर्देशित किया।

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दो दिवसीय दौरे पर गुरुवार को सायं वाराणसी पहुँचे और सर्किट हाउस सभागार में जनपद में संचालित विकास एवं निर्माण कार्यों के प्रगति के बारे में अधिकारियों की बैठक के दौरान गहन समीक्षा की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि रिंग रोड के किनारे ट्रांसपोर्ट नगर बसाया जाए वेयरहाउस को स्थानांतरित कराया जाए। शहर के मध्य स्थापित ट्रांसपोर्ट को रिंग रोड के किनारे स्थापित कराए जाय। मुख्य चिकित्सा अधिकारी को संचारी रोग से निपटने के लिए सभी तैयारियां समय से पूर्ण किए जाने का निर्देश देते हुए उन्होंने इसमें कोई कोताही न बरतने का निर्देश दिया। डेंगू, चिकनगुनिया आदि संक्रामक रोगों के दृष्टिगत प्रभावित क्षेत्रों में दवाओं का छिड़काव सहित अस्पतालों में समुचित व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए। ओपीडी में डॉक्टरो की 24 घंटे उपस्थिति सुनिश्चित कराई जाए। सर्विलांस टीम एक्टिवेट रखे जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री प्राथमिकता स्वच्छता है। स्ट्रीट वेंडरों को जोनों में सुरक्षित पुनर्वास किया जाए। इसमे लापरवाही बरतने वालों की जवाबदेही तय किया जाए। विकास प्राधिकरण के अधिकारी को जनसामान्य की समस्याओं का सुगम निस्तारण सुनिश्चित कराए जाने पर जोर देते हुए उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने कार्यालयों में समय से बैठे और जन सामान्य की समस्याओं का प्राथमिकता पर निस्तारण सुनिश्चित करें। कार्यों को मेरिट के आधार पर निस्तारित कराए।

उन्होंने शहर की स्वच्छता पर विशेष जोर देते हुए नगर आयुक्त को निर्देशित किया कि शहर की नियमित सफाई हो तथा रोजाना कूड़े का उठान हो। सीएम योगी ने कहा बाढ़ की स्थिति में क्षेत्र के प्रभावित लोगों को फौरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए। इसमें कतई विलंब नहीं होना चाहिए। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था के साथ-साथ पुलिस की भी पेट्रोलिंग कराई जाए।

मुख्यमंत्री ने नियमित समीक्षा कर राजस्व वसूली में तेजी लाने का निर्देश दिया। राजस्व वादों को भी प्राथमिकता पर निस्तारण किए जाने पर विशेष जोर दिया। तहसीलदार, नायब तहसीलदार एवं राजस्व विभाग के फील्ड के अधिकारी, कर्मचारी अपने-अपने तैनाती स्थल पर ही रात्रि निवास करें। थानेदार भी अपने-अपने थाना क्षेत्र में ही निवास करें। जनपद में वाहनों के अवैध स्टैंड कहीं भी नहीं रहने चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कानून व्यवस्था की समीक्षा के दौरान होमगार्ड्स एवं पीआरडी के जवानों को प्रशिक्षित कर उन्हें सुगम यातायात व्यवस्था में उपयोग किए जाने का निर्देश दिया। उन्होंने उद्यमियों एवं व्यापारियों की समस्याओं का निस्तारण प्राथमिकता पर निस्तारित करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। चेन स्नेचिंग की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने कहा कि यह छोटी-छोटी घटनाएं बड़ी घटनाएं बन जाती हैं। पुलिस की क्षेत्रों में फूट पेट्रोलिंग नियमित रूप से कराई जाए। वाहनों पर जातिसूचक बोर्ड लगाकर कोई न चलने पाए। जनपद की सीमाओं पर पैनी नजर रखी जाए। स्मार्ट सिटी के इटीग्रेटेड ट्रैफिक मॉनिटरिंग सिस्टम के सिग्नल की संख्या और बढ़ाने का निर्देश दिया।

बैठक के दौरान श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, विधायक टी राम, सौरभ श्रीवास्तव, आयुक्त कौशल राज शर्मा, पुलिस आयुक्त अशोक मुथा जैन, जिलाधिकारी एस. राजलिंगम आदि अधिकारी उपस्थित रहे।
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