हिंदी भाषा अब 170 से अधिक देशों में पढ़ाई जा रही है
विश्व में तीसरी सबसे ज्यादा बोले जाने वाली भाषा है, हमारी हिंदी भाषा।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर व सह प्रभारी उत्तर प्रदेश) TV9भारत समाचार। अपनी मातृभाषा हिंदी में बोलने, सुनने, लिखने, पढ़ने में हमें जैसी हार्दिक अनुभूति होती है, वैसा एहसास किसी और भाषा में नहीं होता। विश्व में तीसरी सबसे ज्यादा बोले जाने वाली भाषा है हमारी हिंदी भाषा। यह प्यारी भाषा अब 170 से अधिक देशों में पढ़ाई जा रही है।
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हिंदी उन सभी गुणों से अलंकृत है, जिनके बल पर वह विश्व की अग्रणी साहित्य भाषा के आसन पर सुशोभित हो सकती है। हमारी नई शिक्षा नीति ने हिंदी को रोजगार की भाषा के रूप में बढ़ावा देने की नई राह खोली है। अब मेडिकल, इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट की पढ़ाई भी हिंदी में होने लगी है। व्हाट्सएप, ट्विटर, इंस्टाग्राम, मैसेंजर, फेसबुक आदि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और ई-कॉमर्स प्लेटफार्म पर भी हिंदी छा रही है। मोबाइल पर हिंदी में टाइप करने और बोलकर लिखने की सुविधा से हिंदी सब तरफ पहुंच रही है। हिंदी फिल्में, धारावाहिकों में वेब सीरीज के माध्यम से भी हिंदी दुनिया भर में पहुंच रही है। भले ही आधिकारिक तौर पर हिंदी को अभी तक राष्ट्रभाषा का दर्जा नहीं दिया गया जा सका है, पर व्यावहारिक तौर पर तो हिंदी देश के सभी भागों में लिखी, बोली और समझी जाने वाली भाषा ही है। हमारे संविधान भाषा ने आज ही के दिन हिंदी को राजभाषा के रूप में अंगीकार किया था, पर यह दुखद है कि हमारी सरकार और न्यायपालिका अभी तक हिंदी को राजभाषा के रूप में पूरी तरह नहीं अपना सकी है। हम अपने स्तर पर यह तो कह ही सकते हैं कि अपने हस्ताक्षर हिंदी में करें, बधाई, शुभकामनाएं, शोक संदेश हिंदी में भेजें। दैनिक जीवन में हिंदी का अधिकाधिक उपयोग करें और इंग्लिश मीडियम स्कूल कॉलेज में पढ़ रहे हमारे बच्चों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करें। क्योंकि अपनी भाषा ही हमें अपनी जड़ों, धर्म, संस्कृति और विरासत से जोड़ती है। अपनी भाषा से कट जाना अपने गर्भनाल से कट जाने के समान है। इसलिए हमारी राष्ट्रीय अस्मिता, स्वाभिमान और गौरव का प्रतीक हिंदी का हर स्तर पर सम्मान करें।
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