सनबीम स्कूल में मौत से पहले छात्रा का एक घंटा…लेकिन 6 मिनट में क्या हुआ ? गायब है CCTV फुटेज

प्रिंसिपल के कमरे में 39 मिनट रही, 6 मिनट का फुटेज गायब...पुलिस के मुताबिक इसी 06 मिनट में छिपा है मौत का राज!

अयोध्या। अयोध्या के सनबीम स्कूल में 10वीं की छात्रा की मौत का राज गहराता जा रहा है। पुलिस ने स्कूल मैनेजर बृजेश यादव और गेम टीचर अभिषेक कन्नौजिया के खिलाफ गैंगरेप-पॉक्सो में एफआईआर दर्ज की है। घटना के 48 घंटे का वक्त बीत चुका है। लेकिन, पुलिस ने ऑफिशियली कोई जानकारी शेयर नहीं की। इंस्पेक्टर से लेकर एसएसपी तक सिर्फ एक ही बात कह रहे हैं…जांच जारी है।

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स्कूल में एंट्री से लेकर गिरकर मौत होने तक का छात्रा का सीसीटीवी फुटेज पुलिस को मिल गया है। इसमें 39 मिनट तक छात्रा प्रिंसिपल रश्मि भाटिया के कमरे में रही है। ठीक इसके 10 मिनट बाद छात्रा दूसरी मंजिल से गिरते हुए नजर आ रही है। इन 10 मिनट में 6 मिनट का फुटेज नहीं मिला है। क्या दूसरी मंजिल पर कैमरा नहीं लगा था। या खराब था? या फुटेज गायब हुई? इस बारे में कोई कुछ नहीं बोल रहा है। यानी, 6 मिनट में छात्रा की मौत का राज छिपा हुआ है। 6 मिनट में उसके साथ क्या हुआ? क्या उसे किसी ने छत से फेंका? क्या छात्रा खुद कूदी? फिलहाल, पुलिस ने स्कूल में घटनास्थल को सील कर दिया है। सीसीटीवी फुटेज की डीवीआर जब्त कर ली है। छात्रा का मोबाइल भी पुलिस ने कब्जे में ले लिया है।

गहरे ज़ख्म से हुई छात्रा की मौत
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, छात्रा की मौत चोट लगने की वजह से हुई है। शरीर में गहरे जख्म के कई निशान हैं। 3 डॉक्टरों के पैनल ने शनिवार को छात्रा का पोस्टमॉर्टम किया। इसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई। पुलिस छात्रा की मौत के स्पष्ट कारणों के लिए बिसरा जांच को भेज लिया है। इस ब्लाइंड केस में पुलिस की जांच 2 एंगल पर टिकी है। पहली- स्कूल के सीसीटीवी फुटेज की जांच, ताकि उन 6 मिनट में क्या हुआ इसका पता चल पाए। पुलिस इसकी टाइमिंग की सीक्वेंसिंग करा रही है। दूसरी- छात्रा प्रिंसिपल के साथ 39 मिनट रही। पुलिस इस एंगल पर भी जांच कर रही है कि प्रिंसिपल ने छात्रा को कुछ ऐसा तो नहीं कहा। जिससे वो परेशान हो गई और जान दे दी।
मिनट दर मिनट CCTV का हाल
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सीसीटीवी में छात्रा सुबह 8:41 बजे स्कूल पहुंची। करीब 10 मिनट प्रिंसिपल के कमरे के बाहर खड़ी दिखाई देती है। 8:51 बजे वह प्रिंसिपल रश्मि भाटिया के कार्यालय में मिलने के लिए जाती है। करीब 39 मिनट प्रिंसिपल के कमरे में रहने के बाद वह 9:30 बजे बाहर निकलती है। इस दौरान लड़की के साथ प्रिंसिपल ऑफिस में 6 बच्चे और भी थे। जहां से छात्रा गलियारे से होते हुए अंदर चलती जाती है। 9:33 बजे वह जीने से छत की ओर जाती दिखाई देती है। सुबह 9:33 बजे के बाद जब छात्रा दूसरे फ्लोर पर बने गलियारे में पहुंचती है। इसके बाद 6 मिनट का फुटेज नहीं है। फिर सुबह 9:39 बजे बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में गिरते दिखाई देती है।

निजी अस्पताल क्यों ले गयीं प्रिंसिपल
प्रिंसिपल रश्मि भाटिया घायल छात्रा को अपनी कार से हॉस्पिटल ले गई थीं। उनके साथ उनका ड्राइवर और एक महिला स्टॉफ था। सबसे पहले नारायण हॉस्पिटल ले गईं। हॉस्पिटल में लगे सीसीटीवी में ड्राइवर छात्रा को बेहोशी की हालत में लेकर अस्पताल के अंदर जाता और निकलता दिखाई दिया है। वह बच्ची को कंधे पर लादे हुआ था।

सनबीम स्कूल से पीड़ित परिवार से मिला वाम दलों का प्रतिनिधि मंडल

अयोध्या। वामपंथी दलों का प्रतिनिधि मंडल सनवीम स्कूल द्वारा पीड़ित परिवार से उनके आवास पर मिला। प्रतिनिधि मंडल ने आरोप लगाया कि छात्रा की हत्या सुनियोजित तरीके से की गई है। घटना इस बात की तरफ इशारा करती है कि विद्यालय प्रबंधन इस तरह की घटनाओं को पूर्व में भी अंजाम देता रहा है। घटना इस बात को भी पुष्ट करतीं हैं कि विद्यालय प्रबंधन अपने अपराधों पर पर्दा डालने में कामयाब होता रहा है।
भाकपा नेता सूर्य कांत पाण्डेय, भाकपा माले प्रभारी अतीक अहमद, रामजी राम यादव, रामसिंह, अमर यादव, सुग्रीव यादव के प्रतिनिधि मंडल ने कहा कि जनपद में इस घटना से अपने बच्चों को स्कूलों में असुरक्षित महसूस कर रहा है। नेताओं ने आरोप लगाया कि गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज होने के वावजूद गिरफ्तारी न होने से प्रशासन अपराधियो को सबूत मिटाने का अवसर प्रदान किया जा रहा है। प्रदेश में छात्राएं और महिलाओं को कोई सुरक्षा नहीं है। अपराधी पूरी तरह से सरकार के द्वारा संरक्षित है। गंभीर अपराध करने वाले सरेआम घूम कर अपनी दबंगई की बदौलत रोज़ घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।
इन नेताओं ने नामजद अपराधियो को तुरंत गिरफ्तार करने, शीघ्र आरोप पत्र दाखिल करने, विशेष न्यायालय में मुकदमा चलाने, पीड़ित परिवार को एक करोड़ मुआवजा देने, परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करने तथा भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं पर रोक लगाने की मांग की की है।

…तो रद्द हो सकती है सनबीम स्कूल की मान्यता, डीआईओएस की जांच शुरू
अयोध्या।हाईस्कूल की छात्रा की रहस्यमय हालत में मौत के मामले में सनबीम स्कूल बुरी तरह से फंस गया है। परिवार की ओर से दर्ज एफआईआर को आधार माना जाए तो स्कूल की मान्यता भी खतरे में पड़ सकती है। इसी को लेकर रविवार को जिला विद्यालय निरीक्षक वीरेश कुमार स्कूल भी पहुंचे लेकिन वहां ताला बंद था। उन्होंने मृतक छात्रा के परिजन से मुलाकात कर शोक जताया और बयान लिए।
बताया जाता है कि सीबीएसई बोर्ड यदि इस घटना का गंभीरता से संज्ञान लेता है तो स्कूल की सीबीएससी की फ्रेंचाइजी भी रद्द हो सकती है। एफआईआर के अनुसार स्कूल परिसर में छात्रा से गैंगरेप, हत्या और साक्ष्य मिटाने आदि का आरोप है। ऐसे में सीबीएसई बोर्ड के नियमों के अनुसार इस प्रकार की घटना उसके निर्धारित मापदंडों का घोर उल्लंघन हैं। बोर्ड की ओर मान्यता दिए जाने से पूर्व स्कूल प्रबंधन द्वारा बच्चों के हित में पूरी प्रक्रिया सम्पादित कराई जाती है। जिसमें जूविनाइल एक्ट के तहत बच्चों के शारिरिक और मानसिक उत्पीड़न पर मान्यता रद्द किए जाने का भी प्राविधान है। रविवार को जिला विद्यालय निरीक्षक वीरेश कुमार ने बताया कि घटना संज्ञान में है और बहुत ही गंभीर है।
उन्होंने बताया कि स्कूल प्रशासन द्वारा सीबीएसई गाइडलाइन का पालन किया जा रहा था या नहीं इसकी पूरी जांच होगी। स्कूल प्रबंधन और प्रधानाचार्या से जवाब मांगा गया है। उन्होंने बताया कि वह स्कूल गए थे वहां कोई नहीं मिला। इसके बाद मृतक छात्रा के परिवार वालों से मिल कर उनसे बातचीत की। डीआईओएस ने बताया कि जांच के बाद पूरी रिपोर्ट सीबीएसई बोर्ड को भेजी जायेगी। रिपोर्ट में यदि विपरित तथ्य आते हैं तो नियमानुसार सभी तरह की कार्रवाई की जाएगी। जिसमें यदि फ्रेंचाइजी है तो वह और मान्यता दोनों रद्द हो सकती है।
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