सचिव व प्रधान पर 3 लाख 85 हजार रुपए हड़पने का आरोप, बीडीओ के स्थलीय निरीक्षण में खुली पोल

डीपीआरओ ने वीडियो को दिए दोनों पर मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश।

मुकेश कुमार  (एडिटर क्राइम व सह प्रभारी उत्तर प्रदेश) सुल्तानपुर।  ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार रुकने का नाम नहीं ले रहा है परत दर परत मामला खुलने से विकास विभाग में हड़कंप मच गया है अब कुड़वार ब्लाक के ग्राम पंचायत प्रतापपुर प्रथम में प्रधान व सेक्रेटरी पर ₹3 लाख ₹85000 शासकीय धन निकालने का मामला सामने आया है। हालांकि पूरे मामले की जांच को लेकर डीपीआरओ ने खंड विकास अधिकारी को मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश दिया है।

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डीपीआरओ अभिषेक शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि ब्लाक कुड़वार अंतर्गत प्रतापपुर प्रथम में पंचायत भवन का कार्य पूरा कराए बिना ही प्रधान व सेक्रेटरी ने 3 लाख 85 हजार रुपए का फर्जी ढंग से का आहरण कर लिया है। गत 3 जून को वहां का स्थलीय निरीक्षण खंड विकास अधिकारी कुड़वार ने ग्राम सचिव के साथ किया था। जिसमें पंचायत भवन में खिड़की दरवाजे का पल्ला लगा ही नहीं था। भवन की रंगाई पुताई कराई ही नहीं गई थी। उसका फर्श तक नहीं बना था। बावजूद इन कमियों के प्रधान व सेक्रेटरी ने 7 लाख 98 हजार रुपये अकाउंट से निकाल लिए। डीपीआरओ ने यह भी जानकारी दी है, कि पूर्व में 3 लाख 85 हजार रुपए का कार्य कराया जाना भी बाकी है, और यह धन भी निकाल लिया गया है। उन्होंने बताया कि खंड विकास अधिकारी ने पंचायत भवन की नाप जोक कराया 5 लाख 53 हजार रुपए का ही काम पूर्ण कर पाया गया।  तत्कालीन सेक्रेटरी रामचंद्र गुप्ता और प्रधान ने भवन के लिए मनरेगा का 28944 रुपए और आर जी एस ए आय ₹909000 रुपए का भुगतान किया गया है।  लेकिन तत्कालीन सेक्रेटरी प्रधान ने बिना कार्य कराए हुए ₹385000 रुपए अधिक भुगतान कराया है।  जो वित्तीय अनियमितताओं की श्रेणी में आता है। ऐसे में मेरे द्वारा खंड विकास अधिकारी कुड़वार को तत्कालीन सेक्रेटरी व प्रधान पर मुकदमा दर्ज करा कर आख्या मांगी गई है। डीपीआरओ ने बताया कि शासन की योजनाओं में अनियमितता व भ्रष्टाचार करने पर कोई भी दोषी बख्शा नहीं जाएगा।

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