श्री शतचंडी महायज्ञ से सर्व समाज का होता कल्याण  

श्री शतचंडी महायज्ञ के चतुर्थ दिवस जिसमें विद्वान पंडितों के साथ-साथ सभी यजमान उपस्थित रहे

अखिलेश राय, सम्पादक व प्रभारी (उ.प्र.):हरदोई। सुरसा के ग्राम मलिहामऊ में ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि धनंजय मिश्र के आवास पर चल रहे श्री शतचंडी महायज्ञ के चतुर्थ दिवस जिसमें विद्वान पंडितों के साथ साथ सभी यजमान उपस्थित रहे। नैमिशधाम से आए यज्ञाचार्य स्वामी सरोजाचार्य जी महाराज एवं सहायक यज्ञाचार्य गणेश शास्त्री ने मंत्रोच्चार किया।

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क्षेत्र के श्रद्धालुओं ने श्री शतचंडी महायज्ञ में यज्ञशाला की परिक्रमा की। विद्वानों द्वारा मंत्रोच्चार के साथ ही यजमान एवं अन्य उपस्थित श्रद्धालुओं द्वारा यज्ञ में आहुतियां अर्पित कर मां भगवती से विश्व कल्याण, शांति एवं सर्व मंगल की कामनाएं की। सरोजाचार्य जी महाराज ने मां भगवती की साधना, पूजा, अर्चना का महत्व बताया।उन्होंने कहा कि मां दुर्गा की श्रद्धा भाव से की गई साधना, पूजा का अत्यंत अध्यात्मिक महत्व है। मां की भक्ति फलदायी होती है। सच्चे मन से भावपूर्ण विधि विधान से की गई मां भगवती की साधना सर्व मंगलकारी होती है। मां सभी संताप, विकार, दुख हर लेती है तथा सुख, समृद्धि, शक्ति, शान्ति का फल देती है।वैदिक मण्डल में आचार्य राम किशोर दीक्षित,आचार्य महेन्द्र दीक्षित,आचार्य मोहित शुक्ला,आचार्य अंकित तिवारी,आचार्य अजय त्रिवेदी,आचार्य सूरज शास्त्री एवं पंडित आलोक शुक्ल आदि ने पूजन आदि कराया।

कार्यक्रम के आयोजक एवं मुख्य यजमान धनंजय मिश्र के साथ ही सहायक यजमान श्याम जी मिश्र,राहुल मिश्र,अवधेश दीक्षित एवं पप्पू पाण्डेय ने सपत्नीक परिवार सहित पूजन अर्चन किया।इस मौके पर डॉ.शुभम मिश्र,शेखर मिश्र,मनमोहन मिश्र,मंगलम मिश्र,सार्थक मिश्र, सचिन मिश्र,शैशव त्रिपाठी, सत्येन्द्र यादव, पप्पू गुप्ता आदि मौजूद रहे।

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