लोकार्पण के दूसरे दिन ही अस्पताल के कमरों में लटक गया ताला

जिले में मौजूद रहे डिप्टी सीएम लेकिन स्वास्थ्य विभाग पर नहीं कोई असर

सुलतानपुर। जयसिंहपुर तहसील के बिरसिंहपुर के सौ बेड अस्पताल का मंगलवार को डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने लोकार्पण किया था। लोकार्पण के दिन सभी आठ डाक्टर और सम्बद्ध किये गए स्वास्थ्यकर्मी ड्यूटी पर डटे रहे लेकिन दूसरे दिन अस्पताल की ओपीडी के कई कमरों में ताला लटक गया है। जबकि उप मुख्यमंत्री बुधवार को भी जिले में कुछ समय मौजूद रहे। लेकिन कर्मचारियों के चेहरे पर डिप्टी सीएम का तनिक भी भय नहीं दिखा।

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पता चल रहा है कि अस्पताल में ड्यूटी मैनेज का खेल शुरू हो गया है। अस्पताल के ओपीडी के ड्रेसिंग रूम में दिन में 11:20 बजे ताला लटक रहा था। 11: 21 बजे फिजीशियन रूम में ही डेंटल सर्जन मिथिलेश कुमार और ईएमओ डा. स्वतन्त्र कुमार मरीजों को देख रहे थे। मरीजों की शिकायत पर डेण्टल सर्जन को सीएमएस ने प्रथम तल स्थित डेंटल क्लीनिक में बैठकर इलाज करने का निर्देश दिया। 11:23 बजे इमेरजेंसी नर्स स्टेशन में स्टाफ नर्स युगल तिवारी, तैबा समेत कुछ स्टाफ नर्स ड्यूटी पर मौजूद रहे। 11: 24 पर ईएमओ कक्ष में कुर्सी खाली थी।

इमेरजेंसी वार्ड में एक भी मरीज भर्ती नहीं मिले। ड्यूटी लिस्ट के मुताबिक डा. मनीष केसरवानी की ड्यूटी इमेरजेंसी में आठ बजे सुबह से दोपहर दो बजे तक लगाई गई थी। 11:40 बजे पूछतांछ एवं पर्चा काउंटर पर महिला और पुरुषों की भीड़ लगी थी। पुरुष काउंटर पर हेमन्त सिंह पर्चा काट रहे थे। महिला काउंटर पर किसी के मौजूद न होने से महिला मरीज भी पुरुष काउंटर से पर्चा कटवाने को मजबूर थीं। अस्थि रोग क्लीनिक और प्लास्टर कक्ष में ताला लटक रहा था।
अस्पताल में शेरखानपुर निवासी राजेश गुप्ता अपनी मां भानमती को हड्डी के डाक्टर को दिखाने के लिए आए थे। बताया कि हड्डी के डॉक्टर नहीं मिले। नेत्र रोग क्लीनिक पर भी ताला लटका था। बाल रोग क्लीनिक पर बाल रोग विशेषज्ञ डा. आफताब रजा मरीजों का इलाज कर रहे थे। औषधि वितरण काउंटर पर दवा लेने के लिए मरीजों की लाइन लगी थी। फार्मासिस्ट आनन्द कुमार, अतुल परिहार दवा वितरण कर रहे थे। इंजेक्शन रूम में फार्मासिस्ट अरविन्द सिंह मौजूद थे। पीएनसी / एएनसी क्लीनिक में ताला लटक रहा था। सैंपल कलेक्शन रूम में कृष्ण चन्द्र श्रीवास्तव ड्यूटी पर उपस्थित थे। सब स्टोर में चीफ फार्मासिस्ट अवधेश यादव, गिरिजाशंकर मौजूद थे। 11:41 बजे अस्पताल के प्रथम तल पर आफिस में ताला लटक रहा था। 1:08 बजे सब स्टोर के बगल लैब में ताला लटका हुआ था। सीएमएस राज कमल चौरसिया प्रशासनिक भवन में बैठे थे। अस्पताल में अभी तक आठ डॉक्टरों ने कार्यभार ग्रहण किया है। कुछ स्वास्थ्यकर्मियों को यहां सम्बद्ध किया गया है। जिसमें लोकार्पण के दूसरे दिन सिर्फ तीन डाक्टर ही मौजूद थे। डा. मनीष केसरवानी, डा. शिवाराम मिश्रा, एनेस्थेटिक भास्कर प्रसाद, डा. अद्वेत प्रताप सिंह, डा. सोहन स्वरुप शर्मा मौजूद नहीं थे।
सीएमएस राजकमल चौरसिया से जब पांच डॉक्टरों के मौजूद न होने के बारे में पूंछा गया तो उन्होंने बताया कि तीन डाक्टर अवकाश पर हैं। दो डॉक्टरों की ड्यूटी रात में है । उन्होंने कहा कि यदि ड्यूटी में अस्पताल के किसी भी स्वास्थ्यकर्मी की लापरवाही पाई जाएगी तो उचित कार्रवाई की जाएगी। अभी यहां स्टाफ की कमी है।
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