ये सरकार भी गन्दी है और इसके कर्मचारी भी गंदे हैं लिख कर मजदूर ने लगायी फांसी

जेब मे मिला सुसाइड नोट, मजदूर से पुराने मामले को रफा-दफा करने के लिए पहले 5 लाख लिए फिर मांगा जा रहा था 18 लाख, काफी तनाव मे था मजदूर, सैदनगली थाने की पुलिस पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप

अमरोहा। जिले के सैदनगली थाना क्षेत्र के एक मजदूर ने पेड़ से फांसी का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली। मजदूर की जेब से एक पत्र मिला है जिसे सुसाइड नोट कहा जा रहा है। पत्र में मजदूर ने लिखा है कि यह सरकार भी गंदी है और इसके कर्मचारी भी गंदे हैं। मजदूर के मुताबिक एक पुराने मामले में उससे पहले 5 लाख लिए गए फिर 18 लाख की डिमांड की जा रही है। इसके चलते मजदूर काफी टेंशन में था जिससे उसने गांव से कुछ दूरी पर फांसी का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली। सुसाइड नोट में यह भी लिखा है कि मोदी-योगी न आ जाए तब तक उसकी लाश को उठाने मत देना। फिलहाल पुलिस ने किसी तरह परिवारी जनों को समझा-बुझाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

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जानिए क्या है पूरा मामला
अमरोहा जिले के थाना सैदनगली क्षेत्र के ग्राम तारारा निवासी 38 वर्षीय मजदूर मदनपाल द्वारा सरकार और पुलिस पर आरोप लगाते हुए आत्महत्या की गई है। मृतक के परिवारी जनों के मुताबिक 21 जून 2022 को एक कार की टक्कर से गांव फतेहपुर खादर में साइकिल से जा रहे राजमिस्त्री कृपाल(55) की मौत हो गई थी। कार में मदन भी सवार था। हादसे के बाद चालक और अन्य लोग मौके से भाग गए। लेकिन लोगों ने मदन को पकड़ लिया था। इस मामले में मदन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई थी। हादसे में दम तोड़ने वाले राजमिस्त्री के परिवारी जन मुआवजे की मांग कर रहे थे। जिससे मदन काफी परेशान था। मदन ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि 5 लाख रुपये उससे पहले ले लिए गए फिर कोर्ट में 18 लाख 28 हजार का दावा कर दिया गया था। वकील द्वारा यह सूचना मिलने के बाद से ही मदनपाल डिप्रेशन में आ गया था। इस डिप्रेशन के कारण ही सुबह मदन ने घर से निकला और घर से एक किलोमीटर दूर पहुंचकर बकायन के पेड़ से फांसी का फंदा बना कर जान दे दी। मृतक के चार बच्चे हैं। जिसमें तीन बेटे और एक बेटी है। मदन की जेब से मिले सुसाइड नोट में लिखा है कि मुकदमे में मेरा नाम गलत लिखा गया था। मुझसे पांच लाख रूपये पहले ले लिए गए और अब फिर मुझसे 18 लाख मांगे जा रहे हैं। ऐसे में मेरी मौत की जिम्मेदार सैदनगली पुलिस है।

मजदूर द्वारा लिखा गया सुसाइड नोट 👇

चार्ज सीट से निकाल दिया गया था मदन का नाम : सीओ
इस मामले मे सीओ श्वेताभ भास्कर ने बताया कि शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। जिस मुकदमे में मदनपाल का नाम लिखा गया था। चार्जशीट में से बाद मे उसका नाम निकाल दिया गया था। कोर्ट में दूसरे पक्ष ने 18 लाख मुआवजा लेने का दावा किया है। इसकी जानकारी मिलने पर तनाव में चले जाने की वजह से मदन ने आत्मघाती कदम उठाया है। मामले की जांच की जा रही, कार्यवाही होगी।
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