मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ’बब्बर शेर की जोड़ी को चिड़ियाघर के बाड़े में प्रवेश’ कराया

मुख्यमंत्री के साथ वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री ;स्वतंत्र प्रभार डॉ. अरुण सक्सेना भी उपस्थित थे।

दिनेश चंद्र मिश्र, मंडल प्रभारी :गोरखपुर/उप्र। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान ;गोरखपुर चिड़ियाघर में बब्बर शेर .भरत. और शेरनी दृगौरी. को बाड़े में प्रवेश कराया।इस चिडियाघर में इन दोनों दुर्लभ वन्यजीवों को मई माह के अंतिम सप्ताह में इटावा लायन सफारी से लाया गया था। मुख्यमंत्री द्वारा इन्हें बाड़े में छोड़े जाने के बाद अब चिड़ियाघर आने वाले दर्शक बब्बर शेर की इस जोड़ी का दीदार कर सकेंगे। इनकी दहाड़ का भी रोमांच ले सकेंगे।

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इसके पहले दो जून को भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चिड़ियाघर का भ्रमण करने आए थे तब उन्होंने बब्बर शेर पांच साल के भरत आैर शेरनी सात साल की गौरी को देखने के साथ उनके बारे में जानकारी हासिल की थी। उल्लेखनीय है कि गोरखपुर चिड़ियाघर से सीएम योगी को बहुत लगाव है जब भी उन्हें मौका मिलता है वह यहां वन्यजीवों को देखने और उनके देखभाल की जानकारी लेने आते हैं।

योगी शनिवार को बब्बर शेर की जोड़ी भरत और गौरी को बाड़े में छोड़ने आए। मुख्यमंत्री के साथ वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री ;स्वतंत्र प्रभार डॉ. अरुण सक्सेना भी उपस्थित थे। योगी ने जैसे ही क्रॉल का गेट खोलकर यह कहा चलो जाओ बब्बर शेर दौड़ते हुए बाड़े में चला गया।

मुख्यमंत्री ने यहां चिड़ियाघर के निदेशक एवं डीएफओ विकास यादव से दोनों शेरों के बारे में जानकारी ली। शेर के बाड़े के समीप हरिशंकरी पौध का रोपण कर उन्होंने पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया। योगी ने यहां तैल चित्रों का भी अवलोकन किया। उन्होंने अपने एक चित्र पर ऑटोग्राफ भी दिया।

योगी ने चिड़ियाघर का भ्रमण करते हुए निरीक्षण भी किया। इस दौरान भ्रमण करते हुए योगी गैंडों की जोड़ी हरि आैर गौरी के बाड़े के पास पहुंचे और अपने हाथों से दोनों को चारा खिलाया। गैंडों की यह जोड़ी मुख्यमंत्री को काफी प्रिय है आैर इसके पहले दो जून को वह यहां आकर उन्हें केला खिला चुके हैं। भ्रमण के योगी हिमालयन भालू बिल्लू के बाड़े पर भी पहुंचे। उसे आवाज देकर बुलाया। गर्मी से परेशान इस भालू को उन्होंने आइसक्रीम, बर्फ का गोला और शहद खिलाया। हरि.गौरी और बिल्लू के बाड़े के पास सीएम ने कुल मिलाकर करीब बारह मिनट का वक्त बिताया।

उन्होंने चिड़ियाघर के अन्य वन्यजीवों के बाड़ों तथा सांपघर का भी अवलोकन किया।चिड़ियाघर भ्रमण के दौरान योगी ने लखीमपुर के जंगल से रेस्क्यू कर लाए गए बाघ का नामकरण किया। बाघ का नाम उन्होंने शक्ति रखा। नामकरण के बाद बाड़े के अंदर यह बाघ काफी देर तक दहाड़ता रहा।

चिड़ियाघर का भ्रमण करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने यहां आए वनटांगिया बस्ती, पूर्व माध्यमिक विद्यालय जंगल तिकोनिया नम्बर तीन के बच्चों से भी मुलाकात की। उन्होंने बच्चों से आत्मीय संवाद कर उन्हें आशीर्वाद दिया। उन्हें चॉकलेट भी गिफ्ट की। इस दौरान उन्होंने अभिभावक जैसे बच्चों को समझाया कि चॉकलेट का रैपर या अन्य कूड़ा इधर उधर न फेंकें, डस्टबिन में ही डालें। गर्मी को देखते हुए खूब पानी पीते रहें।

मुख्यमंत्री ने यहां लायन थीम पर फेस पेंटिंग कराए कुछ बच्चों से खूब हंसी ठिठोली की।

योगी के साथ महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव, एमएलसी एवं भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ धर्मेंद्र सिंह,विधायक विपिन सिंह, प्रदीप शुक्ल, भाजपा के जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह, महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता, डीएफओ एवं चिड़ियाघर के निदेशक विकास यादव आदि भी उपस्थित रहे।

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