बाघ का शव मिलने से चिंता में वन विभाग

35 दिन में तीन बाघों और एक बाघिन की मौत।

मुकेश कुमार  (एडिटर क्राइम व सह प्रभारी उत्तर प्रदेश)  TV9 भारत समाचार  कालागढ़  (बिजनौर)। जिला बिजनौर के कालागढ़ टाइगर रिजर्व की मोर घाटी रेंज की कालु शहीद बीट में शुक्रवार को एक बाघ का शव वन विभाग को गश्त करने के दौरान मिला। वन विभाग के अधिकारियों ने बाघ की मौत को आपसी संघर्ष का परिणाम बताया है। वही 35 दिनों में कॉर्बेट के जंगलों में तीन बाघ और एक बाघिन की मौत हो चुकी है। जिस कारण वन विभाग चिन्ता में आ गया है। एक बाघिन के शिकारियों के जाल में फंसने के मामले की शासन स्तर से जांच चल रही है।

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कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के कालागढ़ टाइगर रिजर्व में एक बाघ की मौत हो गई है। कालागढ़ के डीएफओ नीरज कुमार शर्मा ने बताया कि बाघ के सभी अंक सुरक्षित पाए गए हैं। सूचना मिलते ही वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। प्रथमदृण्टताय बाघ की मौत दो बाघो की आपसी संघर्ष का परिणाम महसूस हो रहा है। बाघ के सभी अंग सुरक्षित हैं। बाघ के शव का पोस्टमार्टम तीन चिकित्सकों के दल ने किया। दल में कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के चिकित्सक डॉक्टर दुष्यंत कुमार शर्मा, कोटद्वार के पशु चिकित्सा अधिकारी बीपी  गुप्ता एवं डॉ राकेश कुमार शामिल रहे। शव के  बिसरे की जांच के लिए भारतीय वन्य जीव संस्थान देहरादून एवं आईवीआरआई बरेली भेजा जा रहा है।  पोस्टमार्टम के बाद शव को जला दिया गया। बाघ का शव कुछ दिन पुराना प्रतीत हो रहा है।

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