नेपाल ने पहली बार भारत को शुरू किया सीमेंट का निर्यात

नेपाल के कपिलवस्तु जिले में स्थापित बालाजी सीमेंट इंडस्ट्रीज की पहल, बढ़नी बॉर्डर से भारत के सिद्धार्थनगर जिले में दो ट्रकों के माध्यम से पहुंची 840 सीमेंट बोरियों की खेप

अतुल अवस्थी, सिद्धार्थनगर। पड़ोसी राष्ट्र नेपाल ने इंडो-नेपाल के बढ़नी बॉर्डर से भारत को सीमेंट का निर्यात करना शुरू कर दिया है। यह इतिहास में पहली बार हुआ है कि पड़ोसी राष्ट्र नेपाल के बढ़नी सीमा से दो ट्रकों के द्वारा 840 बोरियों की सीमेंट की पहली खेप नेपाल से भारत के सीमावर्ती जिले सिद्धार्थनगर में आई है। गौरतलब हो कि पड़ोसी राष्ट्र नेपाल नेपाल के सीमा पर स्थित कपिलवस्तु जनपद में स्थित बालाजी सीमेंट इंडस्ट्रीज कंपनी ने भारत में सीमेंट निर्यात की शुरुआत की है। पड़ोसी राष्ट्र नेपाल से आई सीमेंट की पहली खेप की सीमेंट ब्रांड का नाम ‘बाहुबली’ है।

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नेपाल की सरकार ने सीमेंट एक्सपोर्ट को बढ़ावा देने और नए उद्योग स्थापित करने के लिए बीते वर्ष जुलाई माह में सदन में बजट पेश करते हुए सब्सिडी का ऐलान किया था। नेपाल सरकार के बजट घोषणा के तहत, नेपाल में स्थित जो भी कंपनी नेपाली कच्चा माल का इस्तेमाल करते हुए नेपाली सीमेंट का निर्यात करती है तो उसे 8 फीसदी का कैश सब्सिडी दिया जाएगा। इसी सब्सिडी का फायदा उठाते हुए नेपाल के सीमावर्ती कपिलवस्तु जिले के शिवराज नगरपालिका के वार्ड नंबर 6 के धर्मनगर में स्थापित बालाजी सीमेंट इंडस्ट्रीज कंपनी की ओर से सोमवार से इंडो-नेपाल बढ़नी बॉर्डर के माध्यम से भारत में सीमेंट का पहली बार निर्यात शुरु किया है।

नेपाल की इस उपलब्धि पर कपिलवस्तु जिले के शिवराज नगरपालिका परिक्षेत्र के मेयर अजय थापा ने फैक्ट्री परिसर में आयोजित ‘भारत निर्यात शुभारंभ कार्यक्रम’ की शुरुआत फीता काटकर किया। मेयर अजय थापा और बालाजी सीमेंट इंडस्ट्रीज के संस्थापक ऋषिकेश अग्रवाल ने नेपाल व भारत का राष्ट्रीय ध्वज दिखाकर भारत में निर्यात हेतु दो ट्रकों पर लदे 840 बोरे (42 टन) सीमेंट को रवाना किया।

भारत के साथ बनें कारोबारी रिश्ते और पहली बार शुरु हुए सीमेंट निर्यात के संबंध में बालाजी सीमेंट इंडस्ट्रीज कंपनी के संस्थापक ऋषिकेश अग्रवाल ने बताया कि भारत सरकार के मानक बीआईएस (भारतीय मानक ब्यूरो) के तहत ही बालाजी सीमेंट के सर्वश्रेष्ठ उत्पाद ‘बाहुबली’ एवं ‘सृष्टि’ को आईएसआई गुणवत्ता चिह्न प्रदान किया गया है। भारतीय मानक ब्यूरो का सर्टिफिकेट मिलने के बाद ही भारत में सीमेंट निर्यात की शुरुआत की गई है। पहली बार कपिलवस्तु जिले से भारत में सीमेंट का निर्यात शुरू हुआ है। इस कारोबारी रिश्ते में निरंतर मजबूती की उम्मीद जताई जा रही है। वही सीमा क्षेत्र में सीमेंट की किल्लत से लोगों को निजात मिलेगी साथ ही आर्थिक मंदी की मौजूदा स्थिति से निपटने में नेपाल पूरी तरह सक्षम हो सकेगा।

कंपनी के संस्थापक श्री अग्रवाल ने कहा कि नेपाल सरकार को सुगम निर्यात हेतु वातावरण तैयार करना चाहिए, जिससे व्यापार घाटा न्यूनतम स्तर पर हो। उन्होंने बताया कि बालाजी सीमेंट इंडस्ट्रीज कंपनी की प्रतिदिन की सीमेंट उत्पादन क्षमता 16 सौ टन है। यह उत्पादन ‘बाहुबली’ और ‘श्रृष्टि’ ब्रांड के निर्धारित मानक और ग्रेड के तहत किया जा रहा है। कोलकाता की फैक्ट्री में ओपीसी 43 ग्रेड और पीपीसी सीमेंट का उत्पादन सुगमता और क्वालिटी के साथ हो रहा है।

सीमेंट के दोनों ब्रांडों को नेपाल गुणवत्ता विभाग ‘एनएस’ और भारत सरकार के भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) से प्रमाण-पत्र मिला हुआ है। शिवराज नगरपालिका के मेयर अजय थापा ने सीमेंट उद्योग को हर सम्भव सहयोग देने की बात कही। उन्होंने फैक्ट्री के मैनेजिंग बॉडी से स्थानीय युवाओं को फैक्ट्री में रोजगार देने की बात कही।

चंद्रौटा चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष ईश्वरी पांडेय ने कहा कि सरकारी अनुदान के साथ भारत को सीमेंट का निर्यात देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में बेहतर तरीके से मदद करेगा। वहीं कंपनी बालाजी इंडस्ट्रीज के निदेशक रौनक अग्रवाल ने कहा कि नेपाल सरकार की तरफ से बजट में सीमेंट निर्यात के लिए आठ फीसदी सब्सिडी दिए जाने के बाद हम भारत को सीमेंट निर्यात करने को लेकर आशान्वित और उत्साहित हैं।

निदेशक अग्रवाल ने इस अवसर पर सभी का आभार जताया। भारत निर्यात शुभारंभ कार्यक्रम के अवसर पर बालाजी इंडस्ट्रीज कंपनी के डायरेक्टर विवेक अग्रवाल तथा संदीप अग्रवाल के साथ मोहम्मद रऊफ, रंजन कानोडिया, महताब आलम खान समेत काफी संख्या में उद्योग व्यापार मंडल के पदाधिकारी व अन्य लोग मौजूद रहे।

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