नशामुक्त समाज बनाने के साथ पर्यावरण व जल संरक्षण के लिए विशेष कार्यक्रम पर बल
श्रीमद्भागवत महापुराण पावन कथा का समापन वैदिक मंत्रोच्चार के बीच आहुतियों संग हुआ
बहराइच। श्री मैदानी बाबा माँ गायत्री चेतना केन्द्र घसियारीपुरा डिगिहा में आज मंगलवार को श्रीमद्भागवत महापुराण पावन कथा का समापन वैदिक मंत्रोच्चार के बीच आहुतियों संग हुआ। समापन अवसर पर उपस्थित गायत्री परिजनों , श्रद्धालु व आस्थावान जनों ने सामुहिक रूप से समाज मे व्याप्त कुरीतियों को दूर करने के लिए जन-जागरण कार्यक्रम आयोजित करने की बात तय की।
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नशामुक्त समाज बनाने के साथ पर्यावरण व जल संरक्षण के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित करने की रूपरेखा तय की। जन जागरण महाअभियान में सर्व समाज की सहभागिता के लिए संकल्प भी दिलाया गया। मैदानी बाबा माँ गायत्री चेतना केन्द्र में मानव को दुष्प्रवृत्तियों, कुविचारों एवं अंधविश्वासों के कुचक्र से उबारने, मानव में देवत्व का उदय और धरती पर स्वर्ग के अवतरण के उद्देश्य से विचार क्रांति अभियान अंतर्गत श्रीमद्भागवत महापुराण की पावन कथा का आयोजन किया गया था।
कार्यक्रम में उद्बोधन देते हुए कथा वाचक (गायत्री परिव्राजक शांतिकुंज हरिद्वार) सत्यनारायण सिंह ने कहा कि नशा मानव समाज के लिए घातक है और नशा का क्रय-विक्रय, व्यापार व उपभोग मानवता के प्रति अपराध है, इसपर पूर्ण विराम लगाकर ही मानवता की रक्षा की जा सकती है। उपस्थित लोगों का आवाहन करते हुए कथावाचक ने कहा कि द्वापरयुग में भगवान श्रीकृष्ण ने समाज मे व्याप्त कुरीतियों व दुराचारियों का अंत करने के लिए संघर्ष का रास्ता तय किया था अब समाज को स्वस्थ व जागरूक बनाने के लिए विचारक्रांति अभियान में जन-सहभाग आवश्यक है, तभी हमारा समाज परिवार व देश स्वस्थ व मजबूत हो सकेगा तथा समाज का नवनिर्माण भी हो सकेगा।
मुख्य अतिथि भाजपा जिलाध्यक्ष श्यामकरन टेकड़ीवाल ने कहा कि बहराइच को हराभरा रखने व पर्यावरण संरक्षण के लिए योजनाबद्ध तरीके से पौध रोपण अभियान चलाया जाएगा, साथ ही सभी नागरिकों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए दूरगामी अमृत पेयजल योजना का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है शीघ्र ही नागरिकों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध होगा।
विशिष्ट अतिथि प्रभागीय वनाधिकारी बहराइच संजय शर्मा ने कहा पर्यावरण व जल संरक्षण के लिए आवश्यक है कि पंचवटी प्रजाति के पौधों का अधिकाधिक संख्या में रोपण किया जाए तथा नदी, झील, पोखरों व तालाबों के किनारे भी अधिकाधिक संख्या में पेंड़ लगाए जाएं और उनका जन सहयोग से संरक्षण किया जाए।
मालवीय मिशन अध्यक्ष संजीव श्रीवास्तव एडवोकेट ने बताया कि नशा मुक्त समाज के लिए व पर्यावरण संरक्षण के लिए जगह-जगह चौपाल का आयोजन किया जा रहा है तथा पंचवटी प्रजाति के पौधों का रोपण व उनके संरक्षण का कार्य प्रभावी ढंग से किया जा रहा है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए चेतना केंद्र व्यवस्थापक प्राचार्य आरपीएन श्रीवास्तव ने बताया कि दुष्प्रवृत्तियों, कुविचारों एवं अंधविश्वास से उबारने के लिए विचार क्रांति अभियान से आमजन को जोड़ने का प्रभावी प्रयास किया जा रहा है।
कार्यक्रम का संचालन पर्यावरण विद पुण्डरीक पाण्डेय ने किया। आयोजित कार्यक्रम में प्रमुख रूप से विशेष न्यायाधीश / समाजसेवी अनिल त्रिपाठी, चेतना केंद्र समन्वयक प्रेम चेन्द्र श्रीवास्तव, इंजीनियर राधेश्याम, अनिल मिश्र एडवोकेट, गौरव श्रीवास्तव, समाजसेवी राम सुंदर पाण्डेय, गायत्री परिजन संदीप मिश्र, शुशील श्रीवास्तव, सभासद धनंजय सिंह, रेंजर डीवी सिंह, मिथलेश श्रीवास्तव, भाजपा जिला महामंत्री नन्हे लाल लोधी, कांति मिश्र, रेखा श्रीवास्तव व जगदीश मिश्र समेत सैंकड़ो श्रद्धालु व आस्थावान जन उपस्थित रहे।
समापन अवसर पर चेतना केन्द्र परिसर में डीएफओ बहराइच के नेतृत्व में पंचवटी प्रजाति के पौधों का रोपण कर पर्यवारण संरक्षण का सामुहिक संकल्प भी लिया गया।
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