डीआईजी की रिपोर्ट पर जेलर सस्पेंड, शासन ने की कार्रवाई

जेलर वीरेंद्र वर्मा को माफिया मुख्तार अंसारी की मदद का आरोपी पाते हुए सस्पेंड करने के बाद शासन ने कारागार महानिदेशक को भेजा पत्र

सुल्तानपुर। डीआईजी जेल प्रयागराज की रिपोर्ट के आधार पर शासन ने सुल्तानपुर जेलर वीरेंद्र वर्मा को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। वीरेंद्र वर्मा पर बांदा जेल में ड्यूटी देते हुए माफिया मुख्तार अंसारी को जेल में मदद पहुंचाने का आरोप लगा है। बता दें कि इससे पूर्व सुल्तानपुर जिला कारागार के जेल अधीक्षक आचार्य उमेश सिंह का भी एक प्रकरण के चलते तबादला हो चुका है।

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ज्ञातव्य है, कि सुल्तानपुर जेल में तैनात जेलर वीरेंद्र कुमार वर्मा बांदा जेल में लंबे समय तक तैनात रहे। जहां पर उन्होंने अपनी ड्यूटी के दौरान माफिया सरगना मुख्तार अंसारी की हर तरह से मदद की थी। बांदा जेल में तैनाती के दौरान जेलर वीरेंद्र कुमार वर्मा ने अपने पद की गरिमा को प्रभावित करते हुए माफिया मुख्तार अंसारी के प्रति न सिर्फ ढिलाई बरती बल्कि हर तरह से जेल में प्रतिबन्ध के बावजूद माफिया मुख़्तार अंसारी की मदद की।

डीआईजी जेल प्रयागराज की जांच में इस मामले पर से पर्दा उठने के बाद डीआईजी द्वारा शासन को भेजी गई जांच रिपोर्ट पर एक्शन लेते हुए प्रदेश सरकार ने जेलर वीरेंद्र वर्मा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। निलंबन रिपोर्ट में शासन की ओर से स्पष्ट किया गया है कि जेलर वीरेंद्र वर्मा अपनी तैनाती के दौरान जेल में प्रतिबंध और सख्ती के बावजूद मुख्तार अंसारी को न सिर्फ बाहर से मदद पहुंचवा रहे थे बल्कि लोगों से बिना लिखा पढ़ी के मिलवाते थे और बाहर से आने वाली वस्तुओं को बिना जांच-पड़ताल के माफिया मुख्तार अंसारी तक पहुंचवाते थे।

निरीक्षण दौरान 2 अप्रैल को मिली थी अनिमियतता

अनाधिकृत मुलाकात का यह प्रकरण चर्चा का विषय बन गया था। जो काफी सुर्खियों में रहा था। इसके चलते जेल प्रशासन की छवि काफी धूमिल हुई थी। विशेष सचिव राजेश कुमार राय की तरफ से यह कार्रवाई सुनिश्चित की गई है। पत्र में उन्होंने कहा है कि 2 अप्रैल 2023 को बांदा के पुलिस उपमहानिरीक्षक डॉ विपिन मिश्रा और तत्कालीन जिलाधिकारी के द्वारा शासन को भेजी गयी निरीक्षण आख्या में भी बड़े पैमाने पर अनियमितताएं मिली थी।

 विभागीय कार्यवाही के भी दिए गए निर्देश

 शासन की ओर से बांदा जेल में तैनात रहे जेलर वीरेंद्र वर्मा को माफिया मुख्तार अंसारी की मदद का आरोपी पाते हुए सस्पेंड करने के बाद शासन ने कारागार महानिदेशक को पत्र भेजकर विभागीय कार्यवाही के निर्देश दिए है। गौरतलब हो कि जेलर वीरेंद्र वर्मा को जिस जांच रिपोर्ट के आधार पर सस्पेंड किया गया है उस जांच रिपोर्ट में 21 अप्रैल और 29 जून की निरीक्षण आख्या भी शामिल की गई है।

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