टमाटर के लाल होने के बाद हरी सब्जियां तरेरने लगीं आंख
कम नहीं हो रहे दाम, बिगड़ा मध्यमवर्गीय परिवारों के थाली का स्वाद
लखनऊ। पहले भीषण गर्मी और अब बरसात ने गरीबों के साथ-साथ मध्यमवर्गीय परिवारों की थाली का स्वाद बिगाड़ दिया है क्योंकि बाजार में उपलब्ध सब्जियां खाने लगीं हैं। टमाटर के लाल होने के बाद हरी सब्जियां भी आंख तरेरने लगी हैं। जिला मुख्यालय सहित अन्य छोटी-बड़ी बाजारों में सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। यही वजह है कि जो जो बड़ा सा झोला भरकर सब्जी ले जाते थे वे अब छोटी थैली में ले जा रहे हैं। इसी के साथ दुकानों पर सब्जियों की ढेर भी अब छोटी हो गयी हैं।
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कई बाजारों में टहलने के बाद जो स्थिति सामने आई उसके अनुसार टमाटर 120 से 140 रुपए प्रति किलो बिक रहा है। जबकि आलू 20 रुपए, प्याज 25 से 30 रुपए, अदरक 300 रूपए और परवल 80 रुपए किलो बिक रहा है। हरी मिर्च और धनिया भी आंखें तरेरने लगी हैं। हरी मिर्च 160 रुपए और धनिया 300 रुपए किलो बिक रही है। कभी सबसे सस्ता बिकने वाला बैगन आज 80 और नेनुआ 50 रुपए किलो पहुंच चुका है। लहसुन तो 200 रुपए किलो बिक रहा है। स्थिति यह है कि तमाम लोग दुकानों से सब्जियों के दाम पूछकर ही घर चले जा रहे हैं। दुकानदार बताते हैं कि यदि बारिश ज्यादा हुई तो सब्जियों के दाम और भी बढ़ सकते हैं।
कई दुकानदारों ने बताया कि उमस भरी भीषण गर्मी और बारिश के कारण सब्जियों का सड़ना शुरू हो जाता है। इसलिए भी दाम में उछाल आ रहा है। बरसात के चलते स्थानीय सब्जी आना लगभग बंद है और बाहर से आवक में भाड़ा अधिक होने के कारण दाम बढ़े हैं।
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