एसएसबी के एडीजी ने इंडो-नेपाल बॉर्डर क्षेत्र का किया निरीक्षण, मातहतों को दिए निर्देश

किसानों को मोटे अनाज की खेती के लिए जागरूक करेंगे एसएसबी के जवान

सिद्धार्थनगर। इंडो-नेपाल बॉर्डर क्षेत्र के ककरहवा बॉर्डर का महानिदेशक सशस्त्र सीमा बल ने निरीक्षण किया। सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। जवानों से बात की व जरूरी दिशा निर्देश भी दिया। इस मौके पर एडीजी ने कहा कि जवान गांव में पहुंचकर किसानों को मोटा अनाज की खेती करने के लिए प्रेरित करें। वहीं महिला जवान गांव में पहुंचकर बालिकाओं को जागरूक करें व बच्चों को पढ़ाएं।

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मंगलवार को सशस्त्र सीमा बल की महानिदेशक (एडीजी) बी राधिका, महानिरीक्षक (आईजी) सीमांकन मुख्यालय लखनऊ संजय रत्न, उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) क्षेत्रक मुख्यालय गोरखपुर राजीव राणा ने नेपाल सीमा के ककरहवा बॉर्डर व एसएसबी कैम्प का निरीक्षण किया। कैम्प में ही आयोजित सैनिक सम्मेलन कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
जवानों से वार्ता करते हुए एडीजी बी. राधिका ने बताया कि एसएसबी गांव में स्थित विद्यालयों में जाकर बच्चों को शिक्षित करने का भी कार्य करेगी। महिला जवान विद्यालयों में जाकर स्कूली छात्राओं को विभिन्न प्रकार की जानकारी से रूबरू कराने का कार्य करेंगी। उन्होंने कमांडिंग अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि एसएसबी के जवानों को गांव में भेजकर किसानों को मोटा अनाज की खेती करने के लिए जागरूक करने की आवश्यकता है।

उन्होंने बताया कि एसएसबी कैम्प के मेस में भी अधिकतम मोटा अनाज जैसे बाजरा, ज्वार, रागी, कंगनी, कुटकी, कोदो, सावां, चना आदि का प्रयोग खाने के लिए किया जाये। मोटा अनाज अधिक पौष्टिक व कम लागत में अधिक पैदावार देते हैं। एसएसबी विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन कर गांव के लोगो को अपने खाने में मोटा अनाज शामिल करने के लिए जागरूक करे।

एडीजी ने बॉर्डर का निरीक्षण कर सुरक्षा को चौबंद रखने के लिए जवानों को विशेष दिशा निर्देश दिया। इस दौरान एसएसबी 43वीं वाहिनी कमांडिंग अधिकारी आर०के० डोगरा, डिप्टी कमांडेंट शक्ति सिंह, असिस्टेंट कमांडेंट अंकुश सुभाष डांगे सहित तमाम जवान मौजूद रहे।
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