यमुना की सफ़ाई का काम शुरू, लगाई गई मशीनें, एलजी ने शेयर किया वीडियो।

उप राज्यपाल कार्यालय की ओर से कहा गया है कि यमुना नदी की सफ़ाई पर काम पहले ही शुरू हो चुका है। जिसमें ट्रेस स्कीमर, वीड हार्वेस्टर, एक ड्रेज यूटिलिटी क्राफ्ट के साथ आज से नदी में सफाई अभियान शुरू हो गया है। दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना ने कल मुख्य सचिव और एक्स से मुलाकात की और उन्हें तुरंत काम शुरू करने के लिए कहा गया है।

मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ ) TV 9 भारत समाचार नई दिल्ली ‌।

विधानसभा चुनाव में दिल्ली की जीवनदायिनी यमुना की सफ़ाई का प्रमुख मुद्दा रहा। भारतीय जनता पार्टी ने यमुना की सफाई के मुद्दे को लेकर आम आदमी पार्टी का जमकर घेराव किया था। अब दिल्ली में भाजपा को प्रचंड जीत बहुमत मिलने के बाद यमुना नदी की सफाई का काम शुरू हो गया है। दिल्ली के उपराज्यपाल कार्यालय की ओर से वीडियो भी शेयर किया गया है।

यमुना में लगाई गई मशीनें…

उप राज्यपाल कार्यालय की ओर से कहा गया है कि यमुना नदी की सफाई पर काम पहले ही शुरू हो चुका है। जिसमें ट्रैस स्कीमर, वीड हार्वेस्टर और एक ड्रेज यूटिलिटी क्राफ्ट के साथ आज से नदी में अभियान शुरू हो गया है। दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना ने कल मुख्य सचिव और एसीएस से मुलाकात की और उन्हें तुरंत काम शुरू करने के लिए कहा गया है।

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दिल्ली उप राज्यपाल का कहना है कि इस मुद्दे से व्यापक रूप से निपटने के लिए एक चार स्तरीय रणनीति बनाई गई है। इसमें नदी को साफ करने के लिए अलग-अलग चरण में काम किया जाएंगा। सबसे पहले यमुना नदी की धारा में कचरा और गाद को हटाया जाएगा।

इसके साथ ही नजफगढ़ ड्रेन, सप्लीमेंट्री ड्रेन और अन्य सभी प्रमुख नालों में सफाई अभियान शुरू किया जाएगा।

साथ ही मौजूदा एसटीपी पर उनकी क्षमता और आउटपुट के संदर्भ में दैनिक निगरानी रखी जाएगी। निर्माण के संदर्भ में एक समयबद्ध योजना लगभग 400 एमजीडी सीवर के उपचार के वास्तविक कमी को पूरा करने के लिए नई एसटीपी आदि लगाए जाएंगे।

लगभग 3 सालों में यमुना नदी की सफाई का लक्ष्य रखने वाली इस महत्वाकांक्षी योजना के कार्यान्वयन के लिए विभिन्न एजेंसियों और विभागों के बीच निर्बाध समन्वय की आवश्यकता होंगी। जिसमें डीजेबी, आई एंड एफसी, एमसीडी, पर्यावरण विभाग, पीडब्ल्यूडी, और डीडीए शामिल हैं।

इसके अलावा, दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति भी उच्चतम स्तर पर निगरानी करेंगी। दिल्ली में औद्योगिक इकाइयों द्वारा नलों में अनुपचारित अपशिष्टों के निर्वहन पर कड़ी निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है।

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