यूपीआई चलाने के लिए देने होंगे पैसे, इस कंपनी ने यूजर्स से शुरू की वसूली।
यूपीआई के जरिए मोबाइल रिचार्ज करने के लिए यह कंपनियां पहले से ही अलग-अलग नाम से फीस वसूल रही हैं। लेकिन अब वसूली का यह सिलसिला सिर्फ मोबाइल रिचार्ज था कि सीमित नहीं रहने वाला है और इसका विस्तार होने वाला है। गूगल पे, लेटेस्ट की शुरुआत भी करती है। इकोनामिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक गूगल पे ने बिजली का बिल जमा करने के लिए कन्वीनियंस फीस के नाम पर बिजली का बिल जमा करने के नाम पर ग्राहक से ₹15 वसूली की है।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ ) TV 9 भारत समाचार नई दिल्ली।
यूपीआई के जरिए मोबाइल रिचार्ज करने के लिए यह कंपनियां पहले से ही अलग-अलग नाम से फीस वसूल रही है। लेकिन अब वसूली का यह सिलसिला सिर्फ मोबाइल रिचार्ज तक ही सीमित नहीं रहने वाला है और इसका विस्तार होने वाला है। गूगल पे ने तो इसकी शुरुआत भी कर दी है।
आज के समय में यूपीआई हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। एक व्यक्ति रोज़ाना औसतन करीब 60 से 80% लेन-देन यूपीआई के जरिए कर रहा है। यही वज़ह है कि भारत में रोजाना करोड़ों यूपीआई ट्रांजेक्शंस हो रहे हैं। जिसके जरिए सैकड़ों करोड़ रुपए का लेन-देन हो रहा है। देशभर में कई कंपनियां यूपीआई के जरिए ऑनलाइन पेमेंट की सुविधा देती है। लेकिन पेटीएम, गूगल पे, और फोन पे सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले यूपीआई पेमेंट एप है।
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यह सभी कंपनियां ज्यादातर यूपीआई ट्रांजैक्शन के लिए किसी तरह की कोई फीस नहीं लेती है। आपके ट्रांजैक्शन फ्री होते हैं। अब शायद लोगों के लिए यह फ्री वाली सेवाएं जल्द ही बंद हो सकती हैं। आपको अलग-अलग सर्विसेज के लिए फीस चुकानी पड़ सकती है।
यूपीआई के जरिए मोबाइल रिचार्ज करने के लिए यह कंपनियां पहले से ही अलग-अलग नाम से फीस वसूल रही है। लेकिन अब वसूली का यह सिलसिला सिर्फ मोबाइल रिचार्ज तक ही सीमित नहीं रहने वाला है और इसका विस्तार होने वाला है। गूगल पे ने तो इसकी शुरुआत भी कर दी है। इकोनामिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, गूगल पर नहीं बिजली का बिल जमा करने के लिए कन्वीनियंस फीस के नाम पर ग्राहक से ₹15 की वसूली की है। यूजर ने क्रेडिट कार्ड की मदद लेकर गूगल पे से बिजली बिल का भुगतान किया था।
देश में जबरदस्त तरीके से बढ़ रहा है यूपीआई का इस्तेमाल………..
गूगल पे ने इस वसूली को “डेबिट और क्रेडिट कार्ड ट्रांजैक्शन के लिए प्रोसेसिंग फीस” बताया था और इसमें जीएसटी भी शामिल था। बताते चलें कि यूपीआई का इस्तेमाल सिर्फ दुकानों पर खरीदारी के लिए ही नहीं, बल्कि कई अन्य सेवाओं के लिए भी हो रहा हैं।
आज के समय में लोग पेट्रोल, डीजल, मोबाइल रिचार्ज, डीटीएच रिचार्ज, तरह-तरह के बिल पेमेंट, रेलवे फ्लाइट टिकट, मूवी टिकट, फास्टैग, गैस बुकिंग, मनी ट्रांसफर, मेट्रो कार्ड रिचार्ज, इंश्योरेंस प्रीमियम आदि के लिए यूपीआई का ही इस्तेमाल कर रहे हैं।
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