यूपी पुलिस के दरोगा के ख़िलाफ़ दर्ज़ था डकैती का मुक़दमा, तथ्य छिपाकर बन गया इंस्पेक्टर, जांच में हुआ खुलासा।
बाराबंकी में डिस्ट्रिक्ट कंट्रोल रूम ब्यूरो यानी डीसीआरबी में तैनात पुलिस इंस्पेक्टर अंगद प्रताप सिंह के ख़िलाफ़ साल 1999 में कानपुर नगर के कर्नलगंज थाने में डकैती जैसे गंभीर धाराओं में मुक़दमा दर्ज़ हुआ था। उसके बाद कोर्ट में उनके विरुद्ध चार्टशीट भी दाख़िल की गई थी।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ ) TV 9 भारत समाचार बाराबंकी (उत्तर प्रदेश )।
जिले में तैनात इंस्पेक्टर ने प्रमोशन पाने के लिए सुबह घोषणा पत्र में गलत जानकारी अंकित कर प्रोन्नति पाली पुलिस उप महानिरीक्षक स्थापना के आदेश पर पुलिस अधीक्षक द्वारा कराई जांच में फर्जीवाड़ा पकड़ में आया। उच्च अधिकारियों के आदेश पर पुलिस नगर कोतवाली में आरोपी इंस्पेक्टर के ख़िलाफ़ गंभीर धाराओं में मुक़दमा दर्ज़ किया गया हैं।
बाराबंकी डिस्ट्रिक्ट कंट्रोल रूम ब्यूरो यानी डीसीआरबी में तैनात पुलिस इंस्पेक्टर अंगद प्रताप सिंह के ख़िलाफ़ साल 1999 में कानपुर नगर के कर्नलगंज थाने में डकैती जैसी गंभीर धाराओं में मुक़दमा दर्ज़ हुआ था। उसके बाद कोर्ट में इनके विरुद्ध चार्जशीट भी दाख़िल की गई थी।
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न्यायालय में मुक़दमा विचाराधीन होने के बावजूद अंगद प्रताप ने वर्ष 2015 और 16 में प्रोन्नति के समय सुबह घोषणा पत्र भरकर पुलिस अधीक्षक फतेहपुर को दिया था। इसमें मुकदमें का जिक्र नहीं किया गया और दरोगा से इंस्पेक्टर पद पर प्रोन्नति प्राप्त कर ली थी।
मामले की जानकारी हुई तो पुलिस उपमहानिरीक्षक स्थापना, लखनऊ ने 22 अगस्त 2024 को पत्र लिखकर पुलिस अधीक्षक बाराबंकी को प्रकरण की जांच कराए जाने के निर्देश दिए गए। पुलिस अधीक्षक बाराबंकी ने शिव सदर हर्षित चौहान से मामले की जांच कराई गई, तो आरोप सत्य पाए गए। जांच रिपोर्ट में निकलकर आया है कि अंगद प्रताप सिंह के विरुद्ध कर्नलगंज थाने में डकैती और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम का मुक़दमा दर्ज़ है।
जिसमें 2 अक्टूबर 2002 को इनके विरुद्ध चार्टशीट भी दाख़िल की जा चुकी है।
इसके बावजूद वर्ष 2016 में अंगद प्रताप सिंह ने पदोन्नति के समय जनपद फतेहपुर में भरकर दिए गए स्वघोषणा पत्र में इस तथ्य को छिपाया, जांच में दोषी पाए जाने पर उच्चाधिकारियों के आदेश पर पुलिस कार्यालय की प्रधान लिपिक एस आई मीना भाटिया की तहरीर पर नगर कोतवाली में मुक़दमा दर्ज़ किया गया है।
नगर कोतवाल आलोक मणि त्रिपाठी ने बताया है कि मुक़दमा दर्ज़ कर आवश्यक कार्यवाही की जा रही हैं।
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