टीबी मुक्त भारत अभियान में शिक्षकों की भूमिका अहम: बीएसए
शिक्षकों ने लिया टीबी हारेगा, कुशीनगर जीतेगा का संकल्प
रिपोर्ट : अखिलेश द्विवेदी : तमकुहीराज : कुशीनगर। टीबी (क्षय रोग) उन्मूलन के लिए शिक्षकों की सक्रिय भागीदारी बेहद जरूरी है। शिक्षकों द्वारा टीबी रोगियों को गोद लेकर उन्हें पोषण पोटली उपलब्ध कराने से इस अभियान को नई गति मिलेगी। ये बातें जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) डॉ. राम जियावन मौर्य ने टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत आयोजित कार्यक्रम में कहीं। उन्होंने संकल्प दिलाया “टीबी हारेगा, कुशीनगर जीतेगा।”
यह भी पढ़ें : विधायक रोमी साहनी ने जरूरतमंदों की मदद के लिए बढ़ाए हाथ, दी 60,000 रुपये की सहायता
टीबी के लक्षणों को पहचानें, मुफ्त इलाज कराएं
मुहिम को बेसिक शिक्षा विभाग का समर्थन
खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) सुधीर कुमार ने कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग टीबी उन्मूलन और स्वस्थ भारत निर्माण अभियान में पूरी तरह सहयोग करता रहेगा। उन्होंने शिक्षकों को प्रोत्साहित किया कि वे समाज में जागरूकता बढ़ाने और जरूरतमंद मरीजों की मदद करने में आगे आएं।
75 टीबी मरीजों को मिला पोषण पोटली
इस अवसर पर 75 टीबी रोगियों को पोषण पोटली वितरित की गई, जिसमें पौष्टिक आहार शामिल था। इस पहल का उद्देश्य टीबी मरीजों को बेहतर पोषण देकर उनकी रिकवरी में मदद करना है।
इस कार्यक्रम में संजय द्विवेदी, डॉ. अमित राय, आशुतोष मिश्र, शंभू यादव, देवेंद्र ओझा, अमरनाथ यादव, अंजनी सिंह, रामप्रकाश शर्मा, अजय शर्मा, अजय सिंह, राजू सिंह, कृष्णमुरारी पांडेय, हरिशंकर प्रसाद, ओपी गुप्ता, आनंद सिंह, वसी अहमद, कबीर आलम, ज्ञानचंद तिवारी, घनश्याम प्रसाद, गोरख राय, संतोष कुमार, विनय कुशवाहा सहित कई शिक्षाविद् और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।
यह भी पढ़ें : विधायक रोमी साहनी ने जरूरतमंदों की मदद के लिए बढ़ाए हाथ, दी 60,000 रुपये की सहायता