तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में हाई अलर्ट, बंगाल की खाड़ी में साइक्लोन फेंगल मचा सकता तबाही।
मौसम विशेषज्ञों ने बताया है कि समुद्र की सतह का तापमान 28 - 30 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने के कारण चक्रवात बनने की प्रक्रिया के लिए अनुकूल प्रत्यय बन रही हैं। यह दबा प्रणाली इस समय श्रीलंका के त्रिंकोमाली बंदरगाह से 310 किलोमीटर दक्षिण पूर्व, नागपट्टिनम से 590 किलोमीटर दक्षिण, दक्षिण - पूर्व, और चेन्नई से 800 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह 12 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तर ,उत्तर - पश्चिम दिशा में बढ़ रहा है।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ)TV 9 भारत समाचार तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश।
भारतीय मौसम विभाग में चेतावनी दी है कि बंगाल की खाड़ी के दक्षिण – पश्चिम में बना गहरा दबाव अगले 24 घंटे में चक्रवाती तूफान का रूप ले सकता है। यह मौसमी प्रणाली तेज़ी से तमिलनाडु और और पुडुचेरी के तटीय क्षेत्र की ओर बढ़ रही है। जिससे भारी बारिश और तेज हवाओं के साथ समुद्र में खतरनाक स्थितियां पैदा होने की आशंका है। मौसम विशेषज्ञों ने बताया है कि समुद्र के सतह का तापमान 28-30 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने के कारण चक्रवात बनने की प्रक्रिया के लिए अनुकूल परिस्थितियां बन रही है।
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दबाव प्रणाली इस समय श्रीलंका के त्रिंकोमाली बंदरगाह से 310 किलोमीटर दक्षिण – पूर्व, नागपट्टिनम से 590 किलोमीटर दक्षिण, दक्षिण – पूर्व, और चेन्नई से 800 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं। यह 12 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तर, उत्तर – पश्चिम दिशा में बढ़ रहा हैं।
चक्रवात बनने की संभावना और प्रभाव……………
आईएमडी का पूर्वानुमान है कि यह प्रणाली 27 नवंबर तक एक पूर्ण विकसित चक्रवात का रूप ले लेगी। इसके कारण तमिलनाडु ,पुडुचेरी और आंध्र प्रदेश में भारी बारिश, तेज़ हवाओं और तटीय क्षेत्र में गड़बड़ी की संभावना हैं। अनुमान है कि इस चक्रवात के कारण 25-30 समुद्री मील की रफ़्तार से हवाएं चलेंगी। जो 35 समुद्री मील तक बढ़ सकती हैं।
तमिलनाडु – पुडुचेरी के लिए हाई अलर्ट…………….
आईएमडी ने स्थिति पर बनाई नज़र!
आईएमडी ने स्थिति पर नज़र बनाए रखते हुए समय-समय पर अपडेट जारी करने का आश्वासन दिया है। इसके साथ ही अफ़वाहों को छोड़कर सूचनाओं के लिए विश्वासनीय स्रोतों पर भरोसा करने की सलाह दी है।
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इसके साथ ही प्रभावित क्षेत्र में सुरक्षित स्थानों पर रहने और बिजली की आपूर्ति, अन्य सेवाओं में संभावित बाधाओं के लिए तैयार रहने और समुद्री गतिविधियों से बचने और आपातकालीन सेवाओं के संपर्क में रहने के निर्देश दिए हैं।
बंगाल की खाड़ी में उभर रहा चक्रवात तमिलनाडु और आस-पास के तटीय क्षेत्रों में गंभीर प्रभाव डाल सकता है। प्रशासन और जनता को इस प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहने की आवश्यकता है। इस प्रकार की चुनौतियां प्राकृतिक आपदाओं के प्रबंधन और सामुदायिक तैयारी के महत्व को रेखांकित करती हैं।