शिक्षा विभाग का लिपिक, एक लाख रुपए की घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार

एंटी करप्शन की टीम ने पकड़े गए बाबू के साथ ही एडी बेसिक का नाम भी शामिल किया है।

मुकेश कुमार  (क्राइम एडिटर इन चीफ)TV9 भारत समाचार आजमगढ़ (उत्तर प्रदेश)। आजमगढ़ जिले में सोमवार को एक और भ्रष्टकारी एंटी करप्शन टीम के हत्या चढ़ गया इस बार एडी बेसिक कार्यालय का बाबू मान्यता दिलाने के नाम पर ₹1 लाख रुपए की रकम लेते रंगे हाथ पकड़ा गया। वहीं एंटी करप्शन टीम ने शहर कोतवाली में दर्ज कराए गए मुकदमे में पकड़े गए बाबू के साथ ही एडी बेसिक का नाम भी शामिल किया है।

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बलिया जिले के सिकंदरपुर थाना अंतर्गत महरों गांव निवासी राजीव कुमार सिंह विद्यालय संचालक हैं। कक्षा 6 से 8 तक की मान्यता के लिए वे एडी बेसिक कार्यालय का चक्कर लगा रहे थे। इस दौरान आजमगढ़ जिला मुख्यालय पर स्थित एडी बेसिक कार्यालय का लिपिक मनोज कुमार श्रीवास्तव ने उसे मान्यता दिलाने के नाम पर ₹1 लाख रुपए की डिमांड किया।

जिस पर राजीव कुमार सिंह ने एंटी करप्शन टीम आजमगढ़ से संपर्क किया। टीम ने योजना बनाई और सोमवार को जिलाधिकारी से मिलकर दो गवाह साथ लेकर एडी बेसिक कार्यालय पहुंच गए। जहां राजीव कुमार सिंह ने मान्यता के लिए हुए डिमांड के तहत ₹1 लाख रुपए लिपिक मनोज कुमार श्रीवास्तव को दिये और टीम ने मौके से ही रंगे हाथ लिपिक को पकड़ लिया।

भ्रष्टाचार निवारण टीम उसे लेकर शहर कोतवाली पहुंची। जहां पूछताछ के साथ ही आगे की विधि कार्रवाई शुरू की गई। पूछताछ में पकड़ा गया लिपिक मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि वह यह पैसा एडी बेसिक, डीआईओएस मनोज कुमार मिश्रा के कहने पर लिये थे। भ्रष्टाचार निवारण टीम ने आरोपी के बयान के आधार पर शहर कोतवाली में उसके व विभाग अधिकारी मनोज कुमार मिश्रा के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराया है।

टीम में निरीक्षक हरबंस मिश्रा, श्याम बाबू, बृजेश द्विवेदी, कैलाश चंद्र, मुख्य आरक्षित कौशल कुमार राय, विकास कुमार, ओंकार सिंह यादव, आनंद कुमार, अमित सिंह, आरक्षी मुकेश कुमार, अखिलेश कुमार, पंकज कुमार, जितेंद्र कुमार व अरविंद यादव शामिल रहे।

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