श्योपुर में बिल पास करने के लिए 30,000 हज़ार रुपए मांगे, रिश्वत लेते लोक निर्माण विभाग का अधिकारी गिरफ़्तार।
इसकी शिकायत ठेकेदार राजपाल धाकड़ और देवेंद्र धाकड़ ने ग्वालियर में ईओ डब्ल्यू की पुलिस अधीक्षक से की थी। शिकायत के बाद ईओ डब्ल्यू ने कार्यवाही की योजना बनाई। योजना के अनुसार सोमवार दोपहर करीब 12:00 बजे कार्यवाहक निरीक्षक योगेंद्र दुबे के नेतृत्व में ईओ डब्ल्यू और लोकायुक्त पुलिस टीम कार्यवाही करने विजयपुर पहुंची।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ ) TV 9 भारत समाचार श्योपुर (मध्य प्रदेश )।
विजयपुर में बिल पास करने के लिए बदले लोक निर्माण विभाग के अनुविभागीय अधिकारी को ₹25,000 रिश्वत लेते ईओ डब्ल्यू की टीम ने गिरफ़्तार किया हैं।
एसडीओ लोक निर्माण विभाग देवदत्त शर्मा ने यह रिश्वत ठेकेदार से मांगी थी। जैसे ही आरोपित ने रिश्वत की रकम ली, वैसे ही टीम ने उसे पकड़ लिया। ठेकेदार राजपाल धाकड़ ने बताया है कि रेस्ट हाउस के रखरखाव कार्य के बिल पास करने के लिए ₹40,000 मांगे थे, लेकिन ₹30,000 देना तय हुआ था।
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इसकी शिकायत ठेकेदार राजपाल धाकड़ और देवेंद्र धाकड़ ने ग्वालियर में ईओ डब्ल्यू के पुलिस अधीक्षक से की थी। शिकायत के बाद ईओ डब्ल्यू ने कार्यवाही की योजना बनाई।
योजना के अनुसार, दोपहर करीब 12:00 बजे कार्यवाहक निरीक्षक योगेंद्र दुबे के नेतृत्व में ईओ डब्ल्यू और लोकायुक्त पुलिस टीम कार्यवाही करने विजयपुर पहुंची।
टीम ने आवेदक राज्यपाल धाकड़ को केमिकल लगे ₹25,000 देकर एसडीओ को देने के लिए घर भेजा। राजपाल धाकड़ ने एसडीओ को रुपए दिए।
संकेत मिलते ही टीम ने एसडीओ को रंगेहाथों पकड़ लिया। उसके पास से रिश्वत की राशि बरामद कर ली गई हैं।
आरोपी एसडीओ देवदत्त शर्मा और सब इंजीनियर शैलेंद्र पचौरी के ख़िलाफ़ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत केस दर्ज़ किया गया है। एसडीओ को मौके पर ही ज़मानत पर छोड़ दिया गया।
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