सारे मसलक के मुस्लिम शियों के क़त्ले आम पर खामोश क्यों? मौलाना कल्बे जवाद ने दिया बड़ा बयान।
सभा को संबोधित करते हुए मौलाना कल्बे जवाद ने कहा है कि जब कभी कहीं भी शियों का कत्लेआम होता है, मुसलमानों के सारे मसलक के लोग खामोश हो जाते हैं। उनके जिस्म के धड़ जब खून में तैरते नज़र आए।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ) TV 9 भारत समाचार लखनऊ (उत्तर प्रदेश )।
सारे मसलक के मुस्लिम शियों के क़त्ले आम पर ख़ामोश क्यों? मौलाना कल्बे जवाद।
शियों के क़त्ले आम पर मौलाना कल्बे जवाद ने दिया बड़ा बयान। राजधानी लखनऊ के पुराने शहर में विश्वविख्यात बड़े इमामबाड़े में बाद नमाज़े जुमा शियों समुदाय ने पारा चिनार में हुआ आतंकी हमले एवं क़त्ले आम पर जोरदार प्रदर्शन कर पाकिस्तान मुर्दाबाद नारे लगाए।
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सभा को संबोधित करते हुए मौलाना कल्बे जवाद ने कहा है कि जब कभी कहीं भी शियों कत्लेआम होता है, मुसलमानों के सारे मसलक ख़ामोश हो जाते हैं।
मौलाना ने कहा है कि सऊदी मुफ्ती के फतवे को पढ़कर सुनाया कि शियों को ऐसे काटो जैसे जानवर काटे जाते हैं। और उनके जिस्म के धड़ जब खून में तैरते हुए नज़र आए सोचो वो कितना खूबसूरत मंजर होंगा।
मौलाना ने कहा कि जब मुफ्ती का ऐसा फतवा होगा तो ऐसी घटनाएं तो होगी ही, मौलाना ने कहा कि पाकिस्तान में इंसानियत पूरी तरह खत्म हो चुकी हैं।
मौलाना ने आगे कहा है कि पारा चिनार की घटना यह कोई पहली घटना नहीं इससे पूर्व भी इस तरह की घटनाएं होती रही हैं। मगर प्रशासन से लेकर शासन तक सभी ख़ामोश हैं। हद तो यह है सारे मसलक के मौलवी ख़ामोश हैं।
सभा को संबोधित करते मौलाना हैदर रज़ा ने फ्लस्तीन के मसले को लेकर कहा है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शिया सुन्नी के बीच दूरियां बनाने के लिए इस तरह की घटना घटित कराई गई है, जिसे दोनों एक ना हो सकें, यह यहूदियों की बड़ी साज़िश हैं।
सभा को अन्य कहीं उलमा ने भी संबोधित किया है कि इस मौके शिया समुदाय के लोगों द्वारा पाकिस्तान मुर्दाबाद, इज़राईल मुर्दाबाद, सऊदी हुकूमत मुर्दाबाद के गगन भेदी नारों से बड़े ईमामबाड़े की दीवारें गूंज उठी।
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