सहारनपुर में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का आगमन, पत्रकारों ने उठाया भ्रष्टाचार का मुद्दा।

श्री मौर्य ने सहारनपुर में आयोजित केंद्रीय बजट संगोष्ठी में भाग लिया। जहां उन्होंने बजट से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। यह आयोजन सहारनपुर के विकास और स्मृद्धि के लिए एक महत्वपूर्ण पहल साबित हुआ है।

मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ ) TV 9 भारत समाचार सहारनपुर (उत्तर प्रदेश )।

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के सहारनपुर आगमन पर जहां भव्य स्वागत किया गया। वहीं पत्रकारों ने विकास प्राधिकरण और नगर निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया, जिससे माहौल असहज हो गया। नगर निगम में 10 बड़े घोटालों के बावजूद अब तक कोई कार्यवाही नहीं होने का मामला उजागर हुआ, जो अधिकारियों के प्रभाव और वर्चस्व को दर्शाता है।

बजट संगोष्ठी में विकास पर केंद्रित चर्चा…..

श्री मौर्य ने सहारनपुर में आयोजित केंद्रीय बजट संगोष्ठी में भाग लिया। जहां उन्होंने बजट से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। यह आयोजन सहारनपुर के विकास और  स्मृद्धि के लिए महत्वपूर्ण पहल साबित हुआ है।

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महापौर डॉ अजय सिंह ने उप मुख्यमंत्री के स्वागत में कहा है कि यह सहारनपुर के लिए ऐतिहासिक क्षण है, जो शहर को विकास और स्मृद्धि की नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए प्रेरित करेगा। उन्होंने कहा कि श्री मौर्य के मार्गदर्शन कॉल प्रेरणादायक विचारों से हमें नई ऊर्जा और संकल्प मिला है, जिस शहर को प्रगति के पथ पर और तेजी से आगे बढ़ाया जाएंगा।

भाजपा नेताओं और गणमान्य लोगों की उपस्थिति….

इस कार्यक्रम में भाजपा विधायक डॉक्टर धर्मसिंह सैनी, विधायक मुकेश चौधरी, विधायक कीरत सिंह, विधायक राजीव गुंबर, पूर्व सांसद प्रदीप चौधरी, भाजपा जिला अध्यक्ष महेंद्र सैनी, पूर्व मंत्री संजय गर्ग सहित कई प्रमुख नेता शामिल हुए।

  1. व्यापारिक संगठन और चिकित्सा क्षेत्र के गणमान्य व्यक्तियों ने भी उप मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया।
  2. लघु उद्योग भारतीय के मंडल के अध्यक्ष अनुपम गुप्ता और कहीं व्यापारी भी कार्यक्रम में उपस्थित रहें।
  3. चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े कई प्रतिष्ठित डॉक्टरों ने भी संगोष्ठी में भाग लिया।

नगर निगम और विकास प्राधिकरण में लगातार सामने आ रहे हैं भ्रष्टाचार के मामलों पर पत्रकारों ने कड़ा सवाल उठाया। हालांकि, इस मुद्दे पर अब तक कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं आई है। स्थानीय जनता और व्यापारी वर्ग का मानना है कि इन घोटालों की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की जानी चाहिए।

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