पूरे प्रदेश में श्रद्धालु बड़ी संख्या में शिव मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना कर रहें, महाकुंभ का अंतिम दिन।
महाकुंभ बिना किसी बड़ी त्रासदी के संपन्न हुआ। हमने रेलवे के साथ ताल-मेल बनाकर काम किया। स्नान के दिनों में 5 लाख से अधिक लोगों ने रेल सेवाओं का उपयोग किया। जबकि अन्य दिनों में यह संख्या तीन चार लाख रही। हमें पूरी आस्था थी, और जैसा कि मैंने कहा था कि यह हमारे लिए एक चुनौती नहीं बल्कि यह एक अवसर था।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ ) TV 9 भारत समाचार प्रयागराज।
पूरे प्रदेश में श्रद्धालु बड़ी संख्या में शिव मंदिरों में जाकर पूजा-अर्चना कर रहें हैं। आज महाकुंभ का अंतिम दिन है। 45 दिनों में प्रयागराज में 65 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र स्नान किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के निर्देशानुसार, हमने भीड़ प्रबंधन, सुरक्षा और तकनीकी दृष्टि से एक अभूतपूर्व मॉडल प्रस्तुत किया है।
हमने भीड़ नियंत्रण और निगरानी के लिए विश्व स्तरीय तकनीकों और कृत्रिम बुद्धिमता (AI) का उपयोग किया।
सभी एजेंसियों के सहयोग से हम अभूतपूर्व संबंध प्रदर्शन करने में सफल रहे। अयोध्या, वाराणसी और विंध्यवासिनी देवी जैसे धार्मिक स्थलों पर भी भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। जो प्रयागराज में स्नान करने के बाद दर्शन के लिए गये।
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महाकुंभ बिना किसी बड़ी त्रासदी के संपन्न हुआ। हमने रेलवे के साथ ताल-मेल बनाकर काम किया।
स्नान के दिनों में 5 लाख से अधिक लोगों ने रेल सेवाओं का उपयोग किया, जबकि अन्य दिनों में यह संख्या तीन चार लाख रही।
हमें पूरी आस्था थी, और जैसा की मैंने कहा था, यह हमारे लिए एक चुनौती नहीं, बल्कि एक अवसर था।
हमारे सुरक्षाकर्मी 45 दिनों तक मैदान में सक्रिय रहें, और इससे पहले 2 महीने की ट्रेनिंग प्राप्त की। हमने ऐसे कई उदाहरण प्रस्तुत किए जो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेंगे।
हमारी सुरक्षा व्यवस्थाएं कुछ और दिनों तक बनी रहेगी। जब तक कि हम अपने सभी इंतजामों को व्यवस्थित रूप से समेट नहीं लेते।
व्यक्तिगत रूप से, यह मेरे लिए गर्व और अविस्मरणीय अनुभव हैं।
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