नेशनल हाईवे निर्माण में मुआवजा न मिलने से बिलख-बिलख कर रोए बस्ती के लोग

आक्रोशित ग्रामीणों ने मुआवजा न मिलने पर निर्माण कार्य रोकने की दी चेतावनी

रिपोर्ट : मनोज मेहरा : बंडा : सागर : मध्यप्रदेश। नेशनल हाईवे के निर्माण कार्य ने बंडा क्षेत्र की मोनपुर नई बस्ती के लोगों को गहरे संकट में डाल दिया है। यहां के कई परिवारों को मुआवजा तो मिला, लेकिन 33 पट्टेधारी प्लॉट धारकों को अब तक उनका हक नहीं मिला। जब प्रशासन ने इन प्लॉटों को अतिक्रमण बताकर हटाने की कोशिश की, तो बस्ती के लोग भावुक होकर फूट-फूटकर रो पड़े।

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ग्रामीणों की पीड़ा : ‘2016 में विस्थापित किया, अब घर भी छीन रहे’

People of the township cried out due to lack of compensation in national highway construction
ग्रामवासियों का कहना है कि वर्ष 2016 में उन्हें ग्राम बमाना से विस्थापित कर मोनपुर नई बस्ती में बसाया गया था। प्रशासन ने उन्हें आवासीय पट्टे और प्लॉट दिए थे, लेकिन आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण वे अपने मकान नहीं बना सके। अब जब नेशनल हाईवे का निर्माण कार्य चल रहा है, तो उनके पट्टों को अतिक्रमण बताकर हटाया जा रहा है।

सागर कलेक्टर से लगाई गुहार, मुआवजा न मिलने पर आंदोलन की चेतावनी

ग्रामीणों ने सागर कलेक्टर से न्याय की गुहार लगाई है। उनका कहना है कि जब अन्य 49 परिवारों को मुआवजा दिया गया, तो उनके साथ भेदभाव क्यों किया जा रहा है? यदि उन्हें मुआवजा नहीं मिला या वैकल्पिक जगह नहीं दी गई, तो वे निर्माण कार्य को रोकने के लिए मजबूर होंगे।

बिलखते ग्रामीणों का प्रशासन से सवाल – ‘हम जाएं तो जाएं कहां?’

जब बंडा प्रशासन बस्ती में अतिक्रमण हटाने पहुंचा, तो लोगों की आंखों में आंसू आ गए। महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे बिलख-बिलख कर रो पड़े और प्रशासन से निवेदन किया कि उन्हें बिना किसी मुआवजे के बेघर न किया जाए।

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