पेपर लीक मामले में आया बड़ा अपडेट, SI भर्ती 2021 का सफल अभ्यर्थी गिरफ्तार

सफल अभ्यर्थियों में से कई डमी कैंडिडेट मामले में गिरफ्तार किया जा चुके हैं l इस सबके चलते पूरी परीक्षा ही संदेह में दिख रही है।

मुकेश कुमार  (क्राइम एडिटर इन चीफ) TV9 भारत समाचार  जयपुर (राजस्थान)।  वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा मामले में एक और खुलासा हुआ है। एसओजी ने इस मामले में उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा के सफल अभ्यर्थी रेनवाल के रलावता निवासी अशोक सिंह नाथावत को गिरफ्तार किया है। जनवरी 2021 की लिखित परीक्षा पास करने के बाद नाथावत ने साक्षात्कार भी दिया था।

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उसकी 35वीं रैंक बनी थी। लेकिन वह दस्तावेज सत्यापन के लिए पुलिस मुख्यालय पहुंचा ही नहीं था। नाथावत पेपर लीक गिरोह के संपर्क में था। उसने ₹2 लाख रुपए देकर वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा से पहले ही मुख्य आरोपी शेर सिंह और अनिल मीना से पेपर लिया था।

नाथावत की गिरफ्तारी के साथ ही उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा पर सवाल उठे हैं। इस परीक्षा में फरार आरोपी यूनिक भांभू के भाई के अलावा पूर्व में गिरफ्तार आरोपी राजेंद्र यादव व आरोपी अध्यापक राजेंद्र यादव के बेटे के भी सेलेक्ट होने की सूचना है। ऐसे में एसओजी इन सभी तथ्यों की पुष्टि करने में जुटी है।

इस भर्ती के सफल अभ्यर्थियों की ट्रेनिंग आरपीए में चल रही है। सफल अभ्यर्थियों में से कई डमी कैंडिडेट मामले में गिरफ्तार किया जा चुके हैं। अब जो जानकारी सामने आई है, उससे पूरी परीक्षा ही संदेह में देख रही है। दो दिन पहले जेईएन भर्ती परीक्षा में पकड़ा गया जगदीश और अशोक अब एसओजी की रिमांड पर हैं।

अशोक और भूपेंद्र सारण 11 मार्च तक रिमांड पर हैं वहीं जगदीश पहले से ही रिमांड पर हैं। एसओजी इनसे पूछताछ करके पता लग रही है, कि इस गिरोह ने किस-किस भर्ती परीक्षा का पेपर लीक किया है। एसओजी अशोक नाथावत को वरिष्ठ अध्यापक परीक्षा भर्ती परीक्षा मामले में तलाश रही थी।

इसी दौरान उसका उप निरीक्षक भर्ती में सिलेक्शन हो गया। फरारी में वह पुलिस मुख्यालय पहुंचा। उसने अपने को नाथावत का दोस्त बताया। मंत्रालयिक स्टाफ से उसने नाथावत की जॉइनिंग को लेकर पड़ताल की। उसे जवाब मिला कि जिसके दस्तावेजों का सत्यापन ही नहीं हुआ तो जॉइनिंग कैसे होगी।

पेपर लीक गिरोगे से पेपर हथियाकर नौकरी पाने वाले सभी अधिक सरकारी कर्मचारी एसओटी में गठित एसआईटी के रडार पर हैं। पूर्व में दर्ज मामलों में जैसे-जैसे जानकारी सामने आ रही है। एसआईटी इसकी पुष्टि करने में जुटी है। इसी तहत एसओजी ने पूर्व में गिरफ्तार हो चुके भूपेंद्र सारण को फिर जेल से डिमांड पर लिया है।

पहले उसे उदयपुर के बकरिया थाने में दर्ज मामले में गिरफ्तार किया था। अब उसे हाथी पोल थाने में दर्ज मामले में गिरफ्तार किया है। भूपेंद्र ने अपनी महिला मित्र प्रियंका के माध्यम से पेपर आरोपी ओमप्रकाश बिश्नोई को दिया था। इसके बदले उसने ₹5 लाख रुपए वसूले किए थे।

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