“नेशनल साइंस डे” पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का “विकसित भारत” का आग्रह।
इससे पहले 23 फरवरी को 119 वें एपिसोड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि वह बच्चों और युवाओं में विज्ञान के प्रति जिज्ञासा पैदा करेंगे। आने वाले दिनों में हम राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाएंगे। हमारे बच्चों और युवाओं की विज्ञान में रुचि और जुनून बहुत मायने रखता है। इसके लिए मेरे पास एक विचार है, जिसे आप "वनडे एज ए साइंटिस्ट" कह सकते हैं।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ ) TV 9 भारत समाचार नई दिल्ली।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर सभी को बधाई दी। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि विज्ञान के प्रति उत्साहपूर्ण भाव रखने वाले लोगो, विशेष कर हमारे युवाओं को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस की बधाई।
विज्ञान और नवाचार को लोकप्रिय बनाने की दिशा में कार्य कर रहें, और एक विकसित भारत के निर्माण के लिए विज्ञान का लाभ उठाते रहें, इस महीने के दौरान, एक वैज्ञानिक के रूप में एक दिन कार्य करने के बारे में बात की थी। जहां युवा किसी न किसी वैज्ञानिक गतिविधि में भाग लेते हैं।
इससे पहले 23 फरवरी को 119 वें एपिसोड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि वह बच्चों और युवाओं में विज्ञान के प्रति जिज्ञासा पैदा करेंगे। आने वाले दिनों में हम राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाएंगे।
यह भी पढ़ें – मैक्स अस्पताल, वैशाली के डॉक्टरों ने 41 वर्षीय महिला को शुरुआती स्तन कैंसर से उभरने में मदद की।
हमारे बच्चों और युवाओं की विज्ञान में रुचि और जुनून बहुत मायने रखता है। इसके लिए मेरे पास एक विचार है, जिसे आप “वनडे एज ए साइंटिस्ट” कह सकते हैं। आपको एक दिन वैज्ञानिक के तौर पर बिताने की कोशिश करनी चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आप अपने सुविधा और पसंद के हिसाब से कोई भी दिन चुन सकते हैं। उस दिन आपको किसी रिसर्च लैब, प्लेनेटेरियम या स्पेस सेंटर में जाना चाहिए। इससे विज्ञान के प्रति आपकी जिज्ञासा बढ़ेगी।
1986 में भारत सरकार ने रमन प्रभाव की खोज की घोषणा के उपलक्ष में 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के रूप में नामित किया। यह पदार्थ द्वारा प्रकाश के अप्रत्यास्थ प्रकीर्णन को संदर्भित करता है। जिसके परिणाम स्वरुप प्रकीर्णित प्रकाश की आवृत्ति में बदलाव होता है। सरल शब्दों में, यह प्रकाश की तरंगदैघ्य में परिवर्तन है, जो तब होता है जब प्रकाश किरण अनुभव द्वारा विक्षेपित होती है।
रमन प्रभाव रमन स्पेक्ट्रोस्कोपी का आधार बनता है। जिसका उपयोग रसायनज्ञों और भौतिकविदों पदार्थों के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए किया जाता है।
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस रोजमर्रा की जिंदगी में विज्ञान के महत्व को बढ़ावा देने और मानवता बेहतरी के लिए वैज्ञानिक क्षेत्रों में विभिन्न गतिविधियों, प्रयासों और उपलब्धियों को उजागर करने के लिए मनाया जाता है। इस उत्सव का उद्देश्य मुद्दों को संबोधित करना, नवीन तकनीकों को पेश करना, विज्ञान में विकास को बढ़ावा देना है। यह भारत में वैज्ञानिक सोच वाले व्यक्तियों के लिए एक मंच प्रदान करता है। जो जनता के बीच विज्ञान और प्रौद्योगिकी को प्रोत्साहित और लोकप्रिय बनाता हैं।
यह भी पढ़ें – राजकीय आईटीआई में अप्रेंटिस मेला आयोजित, युवाओं को मिला रोजगार का सुनहरा मौका