मुज़फ्फरनगर – हनी ट्रैप गिरोह का पर्दाफाश, 05 गिरफ़्तार, पुलिस की बड़ी कार्यवाही।
शिकायतकर्ता के अनुसार, गिरोह के सदस्य ख़ुद को मेरठ एसओजी टीम बताकर फर्जी पुलिस आईडी कार्ड दिखाते और 07 लाख रुपए, 27 लाख के चेक और एक केट्रा कार की मांग करते थे। मामले के गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तुरंत कार्यवाही करते हुए जहां शुरू की और 12 फरवरी 2025 को इस गिरोह का पर्दाफाश कर दिया।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ ) TV 9 भारत समाचार मुज़फ्फरनगर।
मुज़फ्फरनगर में एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत के नेतृत्व में थाना खतौली प्रभारी निरीक्षक बृजेश शर्मा की पुलिस टीम ने हनी ट्रैप कर वसूली करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने इस मामले में तीन पुरुष और दो महिलाओं को गिरफ़्तार किया है। इनके पास से 03 मोबाइल फ़ोन, 03 फर्जी पुलिस परिचय पत्र, 2.10 लाख रुपए नगद , 03 कार, 01 हिडन कैमरा समेत अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई है।
10 फरवरी 2024 को एक व्यक्ति ने थाना खतौली में शिकायत दर्ज कराई थी कि आरोपी महिला हसीना और उसके साथी उसे अपने घर बुलाकर एक लड़की के साथ कमरे में बंद कर देते थे। और अश्लील वीडियो बना लेते थे। इसके बाद बलात्कार के झूठे केस की धमकी देकर लाखों रुपए ऐंठने की कोशिश करते थे।
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शिकायतकर्ता के अनुसार, गिरोह के सदस्य खुद को मेरठ एसओजी टीम बताकर फर्जी पुलिस आईडी कार्ड और 07 लाख रुपए, 27, लाख रुपए के चेक और एक केट्रा कार की मांग करते थे। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने त्वरित कार्यवाही करते हुए जांच शुरू की और 12 फरवरी 2025 को इस गिरोह का पर्दाफाश कर दिया।
गिरफ़्तार आरोपी…….
- मसूद अहमद पूर्व शब्बू (निवासी शेखपुरी , रुड़की, हरिद्वार।)
- मुस्तकीम अहमद (निवासी पश्चिम अंबर तालाब, खाना गंग नहर, हरिद्वार।)
- सारिक (निवासी मोहल्ला शेखपुरी , रुड़की, हरिद्वार।)
- हसीना (निवासी जैन नगर, खतौली, मुज़फ्फरनगर।)
- आसमा (निवासी जैन नगर, खतौली, मुज़फ्फरनगर।)
पुलिस ने आरोपियों के ख़िलाफ़ भारतीय न्याय संहिता की धारा 95, 96, 111, 143(4), 144, 308(7), 140(3), 318(4), 336(3), 340( 2 ), बीएनएस और 3/4/5(1)(2) अनैतिक देह व्यापार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
गिरोह की महिलाएं पहले किसी व्यक्ति को अपने जाल में फंसा कर घर बुलाती थी। जहां अश्लील वीडियो बनाया जाता था। फिर उसे धमकी देकर बड़ी रकम वसूली जाती थी। अगर पीड़ित पैसा देने से इनकार करता, तो आरोपी खुद को पुलिस कर्मी बताकर झूठे केस फंसाने के धमकी देते थे।
एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया है कि यह गिरोह लंबे समय से इस तरह की वारदातों को अंजाम दे रहा था। पुलिस ने सतर्कता दिखाते हुए इसे पकड़ लिया है, और आगे कार्यवाही जारी की है।
मुज़फ्फरनगर पुलिस की बड़ी कार्यवाही से हनी ट्रैप कर ब्लैकमेलिंग करने वाले गिरोह की पोल खुल गई है, और आम जनता ने राहत की सांस ली है।
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