मऊगंज ज़िले में अपराधियों का बोलबाला, पुलिस प्रशासन लाचार।
शहर में आए दिन चोरी की घटनाएं हो रही है। लेकिन पुलिस की निष्क्रियता के चलते पीड़ितों को न्याय नहीं मिल पा रहा है। हाल ही में एक मामले में ठेकेदार द्वारा पीड़ित को ईंट उठाकर मारने की धमकी दी गई थी। लेकिन अब तक पुलिस ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। सबसे चौंकाने वाली बात तो यह है कि मऊगंज ज़िले के एसपी रसना ठाकुर अब तक थानों में चल रहे भ्रष्टाचार और अपराधियों की मिली-भगत पर कोई सख़्त निर्णय नहीं ले पाए हैं।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ )TV 9 भारत समाचार मऊगंज (मध्य प्रदेश )।
जिले में बढ़ते अपराधों ने जनता की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। चोरी, लूट और जान से मारने की धमकियों की घटनाएं लगातार बढ़ रही है। लेकिन पुलिस प्रशासन अब तक अपराधियों पर कोई ठोस कार्यवाही नहीं कर सका है।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि थाना मऊगंज सहित ज़िले के अन्य थाने भ्रष्टाचार में लिप्त है। अपराधियों के ख़िलाफ़ कार्यवाही करने के बजाय, पुलिस स्टाफ मामलों को ठंडे बस्ते में डाल देता है। अपराधी बेखौफ होकर घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। शहर में आएं दिन चोरी घटनाएं हो रही है। लेकिन पुलिस की निष्क्रियता के चलते पीड़ितों को न्याय नहीं मिल पा रहा। हाल ही में एक मामले में ठेकेदार पीड़ित को ईंट उठाकर मारने की धमकी दी गई। लेकिन अब तक पुलिस ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
सबसे चौंकाने वाली बात तो यह है कि मऊगंज जिले की रसना ठाकुर अब तक थानों में चल रहे भ्रष्टाचार और अपराधियों के मिली-भगत पर कोई भी निर्णय नहीं ले पाई है। जिससे आम जनता में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। मऊगंज ही नहीं, बल्कि पूरे रीवा जिले में हालात चिंताजनक बने हुए है। यहां के थाने में बैठे अधिकारी लाचार और निष्क्रीय नज़र आ रहे हैं। लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर पुलिस प्रधान अपराधियों के साथ इतनी नमी क्यों बरत रहा है? क्या इसमें कोई सांठ-गांठ तो नहीं?
मऊगंज और रीवा जिले के नागरिकों की मांग है कि पुलिस विभाग में सुधार किया जाएं और भ्रष्ट अधिकारियों को निलंबित किया जाएं। प्रशासन को चाहिए कि वह जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करें और अपराधियों को सख़्त सजा दिलाए।
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