महाकुंभ 2025: दुनिया का सबसे बड़ा जाम, श्रद्धालु 72 घंटों से फंसे, जनजीवन प्रभावित
प्रयागराज से एमपी बॉर्डर तक गाड़ियों की लंबी कतारें, प्रशासन की अपील जारी
स्पेशल रिपोर्ट : विजय पटेल
महाकुंभ 2025 : प्रयागराज। प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने से शहर और आसपास के इलाकों में भीषण जाम की स्थिति पैदा हो गई है। प्रयागराज से लेकर मध्य प्रदेश के सतना और कटनी बॉर्डर तक लगभग 300 किलोमीटर तक गाड़ियां रेंग रही हैं, जिससे लोग पिछले 72 घंटों से जाम में फंसे हुए हैं। जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है।
जाम का हाल: 2 किलोमीटर की दूरी तय करने में लग रहे 10 घंटे

प्रयागराज आने वाले सभी मार्ग जाम से प्रभावित
प्रशासन की नई व्यवस्था : संगम स्टेशन हुआ बंद
भीषण जाम को देखते हुए प्रशासन ने संगम स्टेशन को बंद कर दिया है और वैकल्पिक व्यवस्थाएं की जा रही हैं। सभी प्रमुख हाइवे पर जाम की स्थिति बनी हुई है, जिससे स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं को काफी परेशानी हो रही है।
जाम के यह माने जा रहे प्रमुख कारण
1. पार्किंग की कमी : प्रयागराज को जोड़ने वाली सड़कों पर पार्किंग स्थलों की संख्या कम होने से गाड़ियां सड़कों पर खड़ी हो रही हैं, जिससे जाम बढ़ रहा है।
2. तालमेल की कमी : प्रशासन और पड़ोसी जिलों के बीच समन्वय की कमी के कारण वाहनों को बॉर्डर पर रोकने की कार्ययोजना प्रभावी नहीं हो पा रही है।
3. जानकारी का अभाव : बाहर से आए सुरक्षा कर्मियों को क्षेत्र का भौगोलिक ज्ञान कम होने से श्रद्धालुओं को सही मार्गदर्शन नहीं मिल पा रहा है।
4. सही सूचना का अभाव : सड़कों पर फंसे श्रद्धालुओं को सही जानकारी नहीं मिल रही है, जिससे वे गलत रास्तों पर चले जाते हैं और जाम की स्थिति और बिगड़ती है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री की अपील
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने हाल ही में प्रयागराज संगम में स्नान किया और सोशल मीडिया के माध्यम से श्रद्धालुओं से अपील की है। उन्होंने बताया कि रीवा से जबलपुर, कटनी और सिवनी जिलों तक मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं, जहां वाहनों में महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे भी शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने संबंधित जिलों के प्रशासन और नगरीय निकायों को तुरंत भोजन, पानी, शौचालय और अन्य आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, उन्होंने नागरिकों से प्रशासन का सहयोग करने की अपील की है।
प्रशासन के निर्देशों का पालन करें श्रद्धालु
प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे यात्रा से पहले मार्ग की स्थिति की जानकारी लें और प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें। साथ ही, स्थानीय निवासियों से भी सहयोग की अपेक्षा की uगई है ताकि इस भीषण जाम की समस्या का समाधान किया जा सके।