मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस में कुशीनगर के लाल विकास मिश्र चयनित, परिवार में जश्न
रक्षा मंत्रालय के अधीन है मिलिट्री इंजीनियरिंग सेवाएं, चयनित विकास ने भाई, माता-पिता और गुरुजनों को दिया सफलता का श्रेय
अखिलेश द्विवेदी
कुशीनगर। कुशीनगर जिले के फाजिलनगर विकास खंड के सपहा गांव के विकास मिश्रा ने अपनी मेहनत और लगन से एसएससी जेई (SSC JE) इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा में सफलता हासिल कर परिवार और जिले का नाम रोशन किया है। उन्होंने MES (मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस) में 353वीं रैंक प्राप्त कर यह सिद्ध कर दिया कि कठिन परिश्रम और सही मार्गदर्शन से कोई भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है।
विकास मिश्रा मूल रूप से ग्राम सभा सपहा के निवासी हैं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा नवजीवन मिशन स्कूल, कसया से हुई, जहां उन्होंने हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण कीं। इसके बाद उन्होंने गाजियाबाद से पॉलिटेक्निक की पढ़ाई पूरी की।
इंजीनियरिंग के क्षेत्र में कदम रखने के बाद, उन्होंने अपने भाई ओजस्वी मिश्रा के मार्गदर्शन में सैन्य रक्षा विभाग में जाने का लक्ष्य निर्धारित किया। नियमित अध्ययन और समर्पण के साथ उन्होंने SSC JE परीक्षा में शानदार सफलता प्राप्त की है।
विकास के पिता जितेंद्र मिश्रा एक प्रगतिशील किसान हैं और माता सीमा मिश्रा गृहिणी हैं। अपनी इस सफलता का श्रेय विकास ने अपने भाई ओजस्वी मिश्रा, माता-पिता और गुरुजनों को दिया है।
विकास की मेहनत-लगन से गौरवान्वित हुआ क्षेत्र
समाजसेवी ओजस्वी मिश्रा ने विकास की इस उपलब्धि पर हर्ष जताते हुए कहा, एमईएस (MES) भारत में सबसे पुरानी और सबसे बड़ी सरकारी रक्षा विकास एजेंसियों में से एक है, जो रक्षा मंत्रालय के तहत कार्य करती है। हर युवा का सपना होता है कि वह SSC JE इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा के माध्यम से इसमें सेवा प्रदान करे। विकास की मेहनत और लगन ने आज पूरे क्षेत्र को गौरवान्वित किया है।
ग्रामवासी और शुभचिंतक दे रहे बधाइयाँ
विकास की इस सफलता पर क्षेत्र में हर्ष का माहौल है। उन्हें बधाई देने वालों में प्रमुख रूप से निखिल पाठक (सीपीडब्ल्यूडी में इंजीनियर), देवयांश यादव (समाजसेवी), विवेक मद्देशिया (इंजीनियर), प्रिंस पांडे और अन्य ग्रामवासी शामिल रहे। सभी ने विकास के उज्जवल भविष्य की कामना की और युवाओं को उनसे प्रेरणा लेने की सलाह दी।