किसानों को कर्ज़ नहीं फसल के दाम चाहिए, नरेश टिकैत मुज़फ्फरनगर।

किसानों को खेती में फसल के दाम की गारंटी चाहिए। कर्ज़ नहीं चाहिए। किसानों को फसल के दाम की गारंटी देने में यह सरकार विफल हो रही है। कागजी बात की जा रही है। उन्होंने कहा कि किसानों को अपना हक और फसलों का डैम पानी के लिए यह लड़ाई एकजुट होकर लड़नी होंगी। सरकार किसानों की ताकत को तोड़कर कमजोर करने में लगी है। हमें संभलना होंगा।

मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ ) TV 9 भारत समाचार मुज़फ्फरनगर।

भारतीय किसान यूनियन की बहुप्रतीक्षित किसान मजदूर महापंचायत में यूनियन मुखिया नरेश टिकैत ने कहा है कि किसानों को कर्ज़ नहीं चाहिए, उनको सरकार से अपनी फसलों के दाम की गारंटी चाहिए। जो सरकार देने में आनाकानी कर रही है। उनको सस्ते कर्ज़ का सुनहरा सपना दिखाकर, उनका घर और खेती के ज़मीन भी यह सरकार पूंजीपतियों के हाथों पहचानें का रास्ता तय कर रही है।

भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि किसानों को अपना हक पाने के लिए एक होना पड़ेगा, आंदोलन का रास्ता चुनना होगा, वरना यह सरकारें उनको कहीं का नहीं छोड़ेंगी।यह लड़ाई ही हमारा अस्तित्व बचाने में सहायक होंगी।

भाकियू की बैनर तले सोमवार को शहर के नई मंडी क्षेत्र मैं कूकड़ा मंडी स्थल पर किसान मजदूर महापंचायत का आयोजन किया गया। इसमें सवेरे से ही किसानों का पूरा सैलाब उमड़ा नज़र आया। गांव देहात के साथ ही दूसरे जनपदों से भी यहां किसान भारी संख्या में पहुंचे। उनके वाहनों के शहर में आने के कारण यातायात व्यवस्था बुरी तरह से चरमरा गई थी। रात्रि से ही भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत इस महापंचायत की तैयारियों में सभा स्थल पर डटे थे।

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भाकियू के अध्यक्ष नरेश टिकैत किसानों और यूनियन के वर्ष नेताओं के साथ महापंचायत में पहुंचे, तो किसानों का जोश दोगुना हो गया था। उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए भाजपा सरकारों पर जमकर कटाक्ष किया। नरेश टिकैत ने कहा कि किसान कर्जदार हो रहा है।

किसानों को खेती में फसल के दाम की गारंटी चाहिए, कर्ज नहीं चाहिए। किसानों को फसल के दाम की गारंटी देने में यह सरकार विफल हो रही है। केवल कागजी बात की जा रही है। उन्होंने कहा कि किसानों को अपना हक और फसलों का दाम पाने के लिए यह लड़ाई एकजुट होकर लड़नी होगी। सरकार किसानों की ताकत को तोड़कर कमजोर करने में लगी है। हमें संभलना होंगा। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की समस्या का समाधान नहीं कराती है। तो यह आंदोलन बड़ा कर दिया जाएंगा। इस दौरान संयुक्त किसान मोर्चा का प्रतिनिधिमंडल भी पंचायत में प्रतिभा करने के लिए पहुंचा। इसमें शामिल पदाधिकारियों का भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत अपने मंच पर स्वागत किया। सभा को संबोधित करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि यह सरकार किसानों के नाम पर सिर्फ बातें ही कर रही है। आंदोलन न हो तो किसने की जमीन भी नहीं बच पाएगी।

महापंचायत में उन्होंने कहा कि यह सरकार किसानों की हितैषी होने का दावा करती है, लेकिन अभी तक गन्ना मूल्य घोषित नहीं कर पाई है। मिलो ने सरकार की शह पर ही किसानों का अरब रुपए का भुगतान दबाया हुआ है। उन्होंने महापंचायत में गन्ना मूल्य बढ़ोतरी, भाव घोषित करने, बकाया गन्ने मूल्य का भुगतान, एम एसपी गारंटी कानून, नलकूपों पर बिना शर्त मुफ्त बिजली, सभी मुद्दों पर आवाज बुलंद करते हैं आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया।

महापंचायत में मुख्य रूप से भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष राजपाल शर्मा, प्रदेश महासचिव योगेश शर्मा, ओमपाल सिंह मलिक, प्रदेश उपाध्यक्ष नीरज पहलवान, धीरज लाटियान, वेस्ट उत्तर प्रदेश पवन खटाना, जिला अध्यक्ष नवीन राठी, जिला अध्यक्ष हरिद्वार विजय शास्त्री, जोनल अध्यक्ष एनसीआर विकास शर्मा, अशोक घटायन मुरादाबाद मंडल प्रभारी, प्रमोद अहलावत मंडल उपाध्यक्ष, प्रभारी एनसीआर कपिल सोम, सहित कार्यकर्ता और किसान मौजूद रहें।

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