जम्मू स्टेशन पर काम पूरा होने तक कटरा और श्रीनगर के बीच ट्रेन चलेंगी, रेल मंत्री ने किया कंफर्म।

अश्विनी वैष्णव ने घोषणा की है कि जल्द ही कटरा और श्रीनगर के बीच वाणिज्यिक परिचालन शुरू हो जाएगा और उसके बाद जम्मू स्टेशन का काम पूरा होने के बाद श्रीनगर का जम्मू के बीच ट्रेन चलेंगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण शनिवार को मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का दूसरा बजट पेश किया है। जिसमें उन्होंने रेलवे के लिए अगले वित्त वर्ष के लिए 2.52 लाख करोड़ रूपये आवंटित किए हैं।

मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ )TV 9 भारत समाचार श्रीनगर (जम्मू कश्मीर )।

केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आज पुष्टि की है कि श्रीनगर लाइन के लिए कमर्शियल ऑपरेशन शुरू होने के बाद यात्रियों को कटरा रेलवे स्टेशन पर ट्रांसशिपमेंट के लिए जाना होंगा। एक वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए रेल मंत्री ने कहा है कि ट्रांसशिपमेंट के लिए अगली ट्रेन इस प्लेटफार्म पर उपलब्ध होंगी। जहां ट्रेन रुकती है। उन्होंने आगे कहा, “यह प्रथा कई देशों में पहले से ही लागू है। लोग उस टिकट पर अपनी आगे की यात्रा जारी रखेंगे। लेकिन उन्हें ट्रेन बदलनी होगी क्योंकि आगे जाने वाली ट्रेन श्रीनगर के तापमान के लिए डिजाइन की गई है। 

अश्विनी वैष्णव ने घोषणा की है कि जल्द ही कटरा और श्रीनगर के बीज वाणिज्यिक परिचालन शुरू हो जाएंगा। उसके बाद जम्मू स्टेशन का काम पूरा होने के बाद श्रीनगर और जम्मू के बीच ट्रेन चलेंगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का दूसरा बजट पेश किया है। जिसमें उन्होंने रेलवे के लिए अगले वित्त वर्ष के लिए 2.52 लाख करोड़ रुपए आवंटित किए।

बजट मिलने के बाद अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि बजट में 200 वंदे भारत ट्रेनों को बनाने की परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है। उन्होंने कहा था कि अगले भी तो वर्ष के बजट में रेलवे के लिए 2.52 लाख करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं और 17,500 साधारण डिब्बे, 200 वंदे भारत और 100 अमृत भारत ट्रेनें बनाने जैसी परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है।

केंद्रीयमंत्री ने कहा है कि बजट में 4.6 लाख करोड़ रुपए की नई परियोजनाएं शामिल की गई है। जो 4 से 5 साल में पूरी हो जाएंगी। यह नई रेल लाइन बिछाने, मौजूदा रेललाइन का दोहरीकरण करने, नए निर्माण, स्टेशनों के पुनर्विकास और फ्लाईओवर एवं अंडरपास जैसे कामों से संबंधित है। उन्होंने आगे कहा है कि अगले दो-तीन वर्षों में 100 अमृत भारत, 50 नमो भारत, 200  वंदे भारत ट्रेनों बनाई जाएंगी।

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