हिमानी मर्डर केस को लेकर इस वक्त हरियाणा में सियासी घमासान मचा।

हिमानी की मां सविता ने आगे बताया है कि 28 फरवरी को वह घर पर थी। हमें पुलिस स्टेशन से फोन आया। उन्होंने आगे कहा कि मेरी बेटी आशा हुड्डा (भूपेंद्र सिंह हुड्डा की पत्नी) के बहुत करीब थी। जब तक उसे न्याय नहीं मिल जाता मैं उसका अंतिम संस्कार नहीं करूंगी।

मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ ) TV 9 भारत समाचार हरियाणा। 

हिमानी मर्डर केस को लेकर इस वक्त हरियाणा में सियासी घमासान मचा हुआ है।

इसी बी मृतक महिला कांग्रेस कार्यकर्ता हिमानी नवाल की मां सविता ने कई खुलासे किए हैं।

सविता ने कहा कि चुनाव और पार्टी ने मेरी बेटी की जान ले ली है।

इसी वजह से उसके कुछ दुश्मन भी बन गए हैं। उन्होंने कहा कि यह (अपराधी ) पार्टी से भी हो सकते हैं, उसके दोस्त भी हो सकते हैं।

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हिमानी की मां ने आगे बताया है कि 28 फरवरी को वह घर पर थी। हमें पुलिस स्टेशन से फोन आया। उन्होंने कहा कि मेरी बेटी आशा हुड्डा (भूपेंद्र सिंह हुड्डा की पत्नी) के बहुत करीब थी।

जब तक उसे न्याय नहीं मिल जाता, मैं उसका अंतिम संस्कार नहीं करूंगी…… हम थोड़े डर में रहते थे। मैं अपने बेटे को यहां से बीएसएफ कैंप ले गई।

सविता ने बताया है कि मेरे बड़े बेटे की 2011 में हत्या कर दी गई और हमें कभी न्याय नहीं मिला।

इसलिए मैं उसे (दूसरे बेटे को) उसकी जान बचाने के लिए बीएसएफ कैंप ले गई।

उसने कहा कि उसे नौकरी चाहिए और वह पार्टी के लिए ज्यादा काम नहीं करना चाहती।

उन्होंने कहा कि हिमानी पिछले 10 सालों से कांग्रेस से जुड़ी हुई थी। वह शादी के लिए भी राज़ी हो गई थी।

मैंने सुबह आशा हुड्डा को फ़ोन किया था, लेकिन मेरा फोन रिसीव नहीं हुआ।

मृतका के भाई जतिन ने बताया है कि मेरी बहन ने राहुल गांधी के साथ भारत छोड़ो पदयात्रा की थी।

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