हरियाणा में तेजी से फैल रहा है कैंसर, बन रहा है लोगों का काल।
कुमारी सैलजा ने कहा है कि हरियाणा और पंजाब में कैंसर तेजी से पांव पसार रहा है। न केवल नए मरीजों की संख्या का आंकड़ा बढ़ रहा है बल्कि मौत के मामलों में भी वृद्धि हो रही है। हरियाणा में हालात भयानक बने हुए हैं। जहां कैंसर अब काल बनता जा रहा है, आंकड़ों की माने तो हर माह कैंसर के 2916 नये मरीज़ सामने आ रहे हैं।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ)TV 9 भारत समाचार (हरियाणा )। हरियाणा में तेजी से कैंसर फैल रहा है, और कैंसर लोगों का काल बन रहा है। घग्घर नदी बेल्ट में आने वाले सिरसा, फतेहाबाद ,कैथल ,अंबाला जैसे जिलों में फैल रहा है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा कुमारी सैलजा ने कहा है कि पिछले एक दशक से हरियाणा खासकर घग्घर नदी बेल्ट में आने वाले जिला सिरसा, फतेहाबाद,कैथल,अंबाला में तेजी से कैंसर फैल रहा है। प्रति माह 3 हजार मरीज़ सामने आ रहे हैं।
हरियाणा में हर माह 1500 कैंसर मरीज़ दम तोड़ रहे हैं। साल में यह आंकड़ा 18000 का है। उन्होंने कहा है कि कैंसर प्रभावित जिलों में सरकार को जिला अस्पताल पर कैंसर उपचार की सुविधा उपलब्ध करवानी चाहिए, ताकि इलाज के अभाव में कैंसर पीड़ितों की मौत को रोका जा सकें।
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मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा है कि हरियाणा और पंजाब में कैंसर तेजी से पांव पसार रहा है। न केवल नए मरीजों की संख्या का आंकड़ा बढ़ रहा है बल्कि मौत के मामलों में भी वृद्धि हो रही है। हरियाणा में हालात भयानक बने हुए हैं। जहां कैंसर अब काल बनता जा रहा है। आंकड़ों की माने तो प्रदेश में हर माह कैंसर के 2916 नए मरीज़ सामने आ रहे हैं और साल में इनकी संख्या 35 हजार के करीब पहुंच जाती है। कैंसर के मरीजों की मौत की बात करें हरियाणा में 1500 कैंसर मरीज़ दम तोड़ रहे हैं। साल में यह आंकड़ा 18 हजार का है। उन्होंने कहा है कि चौंकाने वाली बात यह है कि प्रदेश में 30 साल से ऊपर की आबादी में एक लाख लोगों की जांच में 102 लोगों में कैंसर के लक्षण मिल रहे हैं।
घग्घर नदी बेल्ट में पनप रहा है कैंसर……………..
हरियाणा में घग्घर नदी बेल्ट में आने वाले सिरसा, फतेहाबाद, कैथल ,अंबाला जैसे जिलों में कैंसर तेज़ी से फैल रहा है। हिमाचल प्रदेश के सिरमौर के पहाड़ी इलाके से इसका उद्गम है। शिवालिक पहाड़ियों में यह नदी कालका से हरियाणा में प्रवेश करती है। इसके बाद पंजाब के मोहाली से अंबाला, पटियाला ,कैथल, संगरूर ,फतेहाबाद, मनसा ,सिरसा, हनुमानगढ़ और अनूपगढ़ से होते हुए पाकिस्तान तक जाती है। करीब 320 किलोमीटर लंबी घग्घर नदी पंचकूला के बाद नदी प्रदूषित हो जाती है।
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नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेश पर गठित की गई टास्क फोर्स की ओर से पिछले कुछ बरसों में नदी में जगह-जगह पर लिए गए सैंपलों में भी साफ हो गया है कि नदी में जहरीले तत्व है। यह सब इंसानी सेहत के लिए बेहद ख़तरनाक है।
सरकार को समय पर जांच और पीड़ितों के इलाज के लिए उठाना चाहिए क़दम………………….
प्रथम और द्वितीय स्टेज के कैंसर का सफल इलाज है, पर इसके लिए जरूरी है कि सरकार लोगों के स्वास्थ्य की जांच कराएं, ताकि समय पर कैंसर को रोका जा सकें। अटल केयर केंद्र अंबाला, नेशनल कैंसर इंस्टिट्यूट झज्जर और पीजीआई रोहतक में कैंसर का इलाज किया जाता है। इसके साथ ही यह सुविधा हर जिला मुख्यालय पर उपलब्ध कराई जाए। इलाज के लिए लोगों को राजस्थान के बीकानेर के आचार्य तुलसी कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र व पीजीआई रोहतक में जाना पड़ता है। काफी कैंसर पीड़ित इलाज के अभाव में दम तोड़ जाते है। उन्होंने कहा है कि सरकार को इस दिशा में गंभीरता से कदम उठाना चाहिए।