बिजनौर के चांदपुर थाना क्षेत्र के गांव ककराला में एक दिल दहला देने वाली घटना घटी, यहां एक पति-पत्नी ने आत्महत्या कर ली।
इस घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया और रो-रो कर बुरा हाल हो गया है। पुलिस ने दोनों क़ब्ज़े में लेकर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ ) TV 9 भारत समाचार जिला बिजनौर, (उत्तर प्रदेश )।
बिजनौर के चांदपुर थाना क्षेत्र के गांव ककराला में एक दिल दहला देने वाली घटना घटी। यहां एक पति पत्नी ने आत्महत्या कर ली।
पुलिस के अनुसार, पत्नी ने घर में फांसी के फंदे पर लटक कर आत्महत्या की। जबकि पति ने ट्रेन आगे खुद कर अपनी जान दे दी।
इस घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया और सभी का रो-रो कर बुरा हाल हो गया। पुलिस ने दोनों शवों को अपने क़ब्ज़े में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
यह भी पढ़ें – सेठ रामगुलाम पटेल ग्रुप का इंस्टीट्यूशंस में हर्षोल्लाह से मनाई गई संत शिरोमणि रविदास जी की जयंती।
पुलिस घटना की बारीकी से जांच पड़ताल में जटी हुई है। थाना चांदपुर के गांव ककराला का यह मामला बहुत ही और चौंकाने वाला है। यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। हालांकि, इस घटना के बाद रेलवे पर कुछ सवाल उठाए जा सकते हैं।
- रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था क्या पर्याप्त थी?
- क्या रेलवे अधिकारियों ने आत्महत्या को रोकने के लिए कोई कदम उठाए थे?
- क्या रेलवे स्टेशन पर आत्महत्या को रोकने के लिए कोई विशेष व्यवस्था है?
इन सवालों का जवाब देने के लिए आगे की जांच और विश्लेषण की आवश्यकता होंगी।
भारतीय रेलवे नियमों के अनुसार, आत्महत्या को रोकने के लिए निम्नलिखित प्रावधान है……..
- रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था – रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए सीसीटीवी कैमरे, सुरक्षा गार्ड, अन्य सुरक्षा उपायों का उपयोग किया जाता है।
- आत्महत्या को रोकने के लिए विशेष व्यवस्था – रेलवे स्टेशन से आत्महत्या को रोकने के लिए विषय व्यवस्था की जाती है, जैसे कि सुरक्षा गार्ड को आत्महत्या को रोकने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है।
- यात्रियों की निगरानी – रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की निगरानी की जाती है, ताकि आत्महत्या को रोका जा सकें।
- आत्महत्या को रोकने के लिए हेल्पलाइन – रेलवे ने आत्महत्या को रोकने के लिए एक हेल्पलाइन नंबर शुरू किया है, जिस पर यात्री अपनी समस्याओं के बारे में बात कर सकते हैं।
इन नियमों और प्रावधानों का उद्देश्य आत्महत्या को रोकना, और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
यह भी पढ़ें – प्रधानमंत्री मोदी के आगमन को लेकर सुल्तानगंज में एनडीए कार्यकर्ताओं की हुई अहम बैठक