भारत जल्द ही अमेरिका और यूरोप की कतार में खड़ा होने वाला है, भारत अब अपने यहां बड़े – बड़े हवाई जहाज बनाएगा।

इसके लिए हम सभी को भारत सरकार के साथ-साथ देश के प्रमुख उद्योग घराने के टाटा समूह का शुक्र गुजार होना चाहिए।

मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ)TV 9 भारत समाचार (देश दुनिया)। टाटा समूह में हवाई जहाज निर्माण क्षेत्र में कदम रख दिया है। इसका एक प्लांट गुजरात के बड़ोदरा शहर में बनकर तैयार है, इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और स्पेन के उनके समक्ष पेड्रो सांचेज सोमवार 28 अक्टूबर करेंगे। टाटा के इस एयरक्राफ्ट काम्प्लेक्स में सी- 295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट का निर्माण किया जाएगा। यह पहली बार है, जब देश की कोई निजी कंपनी भारतीय सेवा के लिए सैन्य विमान बनाएगी। 

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आपको बता दें कि दुनिया में इस वक्त विमान निर्माण की कुछ चुनिंदा कम्पनियां है, सबसे चर्चित कंपनी है बोइंग और एयरबस, यह कंपनियां अमेरिका और यूरोप की है रूस और चीन के यहां विमान निर्माण कंपनियां है, लेकिन वह इतनी लोकप्रिय नहीं है, ऐसे में भारत का यह कदम उसे अगली कतार में खड़ा करता है।

56 विमानों का समझौता-

प्रधानमंत्री कार्यालय ने शनिवार को एक बयान जारी कहा कि टाटा समूह का बड़ोदरा प्लांट में एक पूरा इकोसिस्टम बनेगा। जहां विमान से लेकर उनकी असेंबली की जाएगी। सितंबर 2001 में रक्षा मंत्रालय ने 56 विमानों के लिए एयरबस के साथ 21,935 करोड रुपए का एक कॉन्ट्रैक्ट किया था।

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इसमें से 40 विमानों का निर्माण भारत में करना था, इसके लिए लॉक कैसे बढ़ गई इसके लिए टाटा एडवांस सिस्टम लिमिटेड और एयरबस ने समझौता किया था। भारत सरकार के साथ समझौते के मुताबिक एयरबस को पूरी तरह तैयार 16 विमान सेवा को सौंपने थें। बाकी का भारत में निर्माण करना था।