बहराइच: पांच ग्रामीणों को घायल करने वाली मादा तेंदुआ पकड़ी गई, जंगल में छोड़े जाने की तैयारी… देखें Video

तेंदुआ पकड़ाने के बाद ग्रामीणों ने ली राहत की सांस

अतुल त्रिपाठी : बहराइच। जिले के कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग में बीते सप्ताह से मची तेन्दुए के हमले की दहशत अब खत्म हो गई है। भट्ठा बर्गदहा गांव में पांच ग्रामीणों को घायल करने वाली मादा तेंदुआ को वन विभाग की टीम ने पकड़ लिया है। तेंदुआ को पिंजरे में कैद करने के बाद उसका स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया, जिसमें वह पूरी तरह स्वस्थ पाई गई। अब वन विभाग उसे जंगल में वापस छोड़ने की तैयारी कर रहा है, ताकि गांव के लोगों को सुरक्षित माहौल मिल सके।

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तेंदुआ के हमले से दहशत में थे ग्रामीण

Bahraich: The female leopard who injured five villagers was caught, preparations to be released in the forest ... see video
पिछले हफ्ते, गांव में एक मादा तेंदुआ ने लगातार हमले कर पांच ग्रामीणों को घायल कर दिया था। इस घटना से गांव में भय और अफरा-तफरी का माहौल बन गया था। ग्रामीणों को डर था कि तेंदुआ फिर हमला कर सकता है, इसलिए उन्होंने खेतों में जाना तक बंद कर दिया था।

वन विभाग की मुस्तैदी से पकड़ा गया तेंदुआ

ग्रामीणों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, वन विभाग ने तेंदुआ को पकड़ने के लिए अभियान शुरू किया था। वन क्षेत्राधिकारी सुरेंद्र श्रीवास्तव, वन क्षेत्राधिकारी राधेश्याम और वन रक्षक कौशल किशोर सिंह की टीम ने मिलकर गांव के पास पिंजरा लगाया। इस पिंजरे में एक बकरी को बांधकर चारा के रूप में रखा गया और पूरी निगरानी की गई। कुछ ही समय में तेंदुआ पिंजरे में कैद हो गया, जिससे गांव वालों ने राहत की सांस ली।

स्वास्थ्य परीक्षण के बाद जंगल में छोड़ा जाएग… देखें Video 👇

तेंदुआ को पकड़ने के बाद वन विभाग के डॉक्टरों ने उसका स्वास्थ्य परीक्षण किया। रिपोर्ट के मुताबिक, तेंदुआ पूरी तरह स्वस्थ है और उसका वजन लगभग 45 किलो है। यह एक वयस्क मादा तेंदुआ बताया जा रहा है, जिसे कतर्नियाघाट के संरक्षित जंगल में छोड़ने की योजना बनाई गई है।

अब वन विभाग की टीम तेंदुआ को सुरक्षित स्थान पर ले जा रही है ताकि उसे प्राकृतिक आवास में छोड़कर ग्रामीणों को किसी भी तरह के खतरे से मुक्त किया जा सके।

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