कमीशन की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़े गए सहायक उप डाकपाल, सीबीआई साथ ले गई लखनऊ
डाक घर में सीबीआई की दस्तक को लेकर लालगंज क्षेत्र में माहौल गर्म, कमीशन के खेल में फंसे उप डाकपाल
प्रतापगढ़। एक अभिकर्ता की कमाई का 24 फीसदी कमीशन मांगना सहायक उप डाकपाल को भारी पड़ गया। अभिकर्ता द्वारा शिकायत करने के बाद सीबीआई के अधिकारियों ने जाल बिछाकर सहायक उप डाकपाल को कमीशन का घूस लेते हुए रंगे हाथों दबोच लिया। अभिलेखों की पड़ताल करने के बाद उप डाकपाल को सीबीआई साथ लेकर लखनऊ चली गई है।
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आपको बताते चलें कि सीबीआई के शिकंजे में आये लालगंज डाकघर को लेकर दूसरे दिन भी बाजार तथा आसपास चर्चा का माहौल सरगर्म दिखा। कमीशन पर कमीशन के खेल ने सहायक उप डाकपाल के गले में सीबीआई का फंदा आखिर डाल ही दिया।
इससे इतर चर्चा इस बात की देखी सुनी जा रही है कि डाक सेवाओं के नाम पर कमीशन की आड़ में स्थानीय डाकघर में गजब का खेल भी खेला जा रहा है। सीबीआई की टीम ने बुधवार को दोपहर अचानक डाक घर में पांव फैलाया तो आधी रात तक वह डाक घर में इस प्रकार के खेल को लेकर अभिलेखों की भी जांच पड़ताल की माथापच्ची में देखी गयी।
आधी रात को सीबीआई के शिकंजे मे आये स्थानीय सहायक उप डाकपाल निशांत पाण्डेय को वह अपने साथ लखनऊ मुख्यालय लेकर रवाना हुई। हालांकि आरोपी को सीबीआई जब उसके चेहरे को ढंककर ले जाने के लिए डाकघर से बाहर निकली तो बाहर जमा मजमा आरोपी के चेहरे को ढंकने पर सवालिया अंदाज में दिखा।
कुछ लोगों ने सीबीआई टीम से सवाल जबाब करना चाहा तो टीम ने स्थानीय कोतवाली में तैनात प्रशिक्षु सहायक पुलिस अधीक्षक अमृत जैन को इत्तला की। इस पर आननफानन में एएसपी अमृत फोर्स के साथ पहुंचे और आरोपी को सीबीआई के द्वारा ले जाने में अपेक्षित सहयोग प्रदान किया।
बतादें लालगंज कोतवाली के भेभौरा निवासी रामचंद्र त्रिपाठी लालगंज डाकघर में अभिकर्ता का कार्य किया करता है। रामचंद्र ने बीते मंगलवार को लखनऊ में सीबीआई के एसपी को शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया था कि एक एफडी में उसके चौबीस हजार के कमीशन में चालीस फीसदी कमीशन सहायक उप डाकपाल के द्वारा बतौर रिश्वत मांगा जा रहा है।
इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए सीबीआई ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया और शिकायतकर्ता रामचंद्र त्रिपाठी जब सहायक उप डाकपाल निशांत पाण्डेय को छान्नवें सौ रूपये रिश्वत देने लगा तो वह सीबीआई द्वारा आरोपी को रंगे हाथों पकड़ने का मजबूत जाल बिछा सामने आया। सीबीआई की टीम ने रिश्वत के रूपये सुरक्षित करते हुए आरोपी के घर भी पहुंचकर घंटो जांच पड़ताल की।
वहीं डाक घर में भी डाक सेवाओं को लेकर वित्तीय मामलों से जुडे कई अभिलेखों पर भी सूत्रों के मुताबिक सीबीआई ने पैनी नजर डाली है। डाक घर में जिस तरह से सीबीआई की धमक हुई उससे इलाके में डाक सेवाओं को लेकर कमीशन के खेल का भी एक बड़ा सवाल लोगों के दिलोदिमाग पर कौधने लगा है।
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