अमेरिका से आई तस्वीरें देख, शर्म से झुकें 140 करोड़ भारतीयों के सिर।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ट्रंप को अपना दोस्त कहते हैं। पिछले ट्रंप के कार्यकाल के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रंप के सम्मान में नमस्ते ट्रंप हाउडी मोदी जैसे कार्यक्रमों में पानी की तरह पैसा बहाया। देश के क़ाबिल रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने इसी दौरान मतभेदों के चलते अपना पद छोड़ दिया था।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ )TV 9 भारत समाचार एजेंसी नई दिल्ली ।
डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद से ट्रंप अमेरिका को औपनिवेशिक काल की तरफ ले जाना चाहते हैं। उनकी नीतियों से उनके इरादे स्पष्ट हैं।
अमेरिका में रह रहें अवैध भारतीय नागरिकों के साथ जिस तरह का व्यवहार किया गया, उसे देख भारतीय लोगों के आत्म गौरव को गहरा घाव दे दिया है।
बेड़ियों में जकड़े युवाओं को बांधकर एक सैनिक विमान में ठूसकर भरकर वापस भारत भेज दिया गया।
कोई भी संप्रभु राष्ट्र अपने देश के लिए फैसले लेने के लिए स्वतंत्र है, लेकिन मानवीय मूल्यों को ताक पर रखकर दूसरे देश को अपमानित करने का अधिकार किसी देश को नहीं होना चाहिए।

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को मानते हैं अपना दोस्त।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को अपना दोस्त कहते हैं, पिछले ट्रंप के कार्यकाल के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सम्मान में नमस्ते ट्रंप हाउडी मोदी जैसे कार्यक्रमों में पानी की तरह पैसा बहाया।
देश के क़ाबिल रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने इसी दौरान मतभेदों के चलते अपना पद छोड़ दिया था।
अमेरिका की धरती से मोदी ने अबकी बार ट्रंप सरकार का नारा दिया, हालांकि, उस बार ट्रंप चुनाव हार गए बाइडेन राष्ट्रपति बनें।
डोनाल्ड ट्रंप अपने फैसले से भारत को लगातार नुकसान पहुंचा रहे हैं, एक संप्रभु राष्ट्र को अपमानित कर रहे हैं।
एक देश एक सरकार के तौर पर भारत के प्रति ख़तरनाक इरादों से लैस ट्रंप को जवाब देने की जरूरत है।
इतिहास गवाह है कि अमेरिका ने भारत को लेकर जब-जब गलती की है उसे उसका भरपूर जवाब मिला है।
इस मसले पर भी देश सरकार से ऐसे ही उम्मीद पाले हुए हैं।
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