आस्था की डुबकी लगाकर प्रधानमंत्री मोदी जी ने दिया एकता का संदेश।
महाकुंभ में प्रधानमंत्री मोदी जी ने पूरे श्रद्धा के साथ किया त्रिवेणी संगम में स्नान। वैदिक मंत्रोच्चारण और श्लोकों के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने लगाई पावन डुबकी। भगवान सूर्य को दिया अर्घ्य, की गंगा मां यमुना और सरस्वती की आराधना। त्रिवेणी संगम पर डुबकी लगाने से पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विधिवत पूजा अर्चना की है। संगम में उतरने से पहले प्रधानमंत्री ने सबसे पहले आस्था के साथ जल को स्पर्श कर आशीर्वाद लिया और फिर संगम स्नान किया।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ )TV 9 भारत समाचार महाकुंभ, प्रयागराज, (उत्तर प्रदेश )।
महाकुंभ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने पूरी श्रद्धा के साथ किया त्रिवेणी संगम में स्नान।
संगम स्नान के बाद तीर्थ पुरोहितों की मौजूदगी में विधिवत की पूजा-अर्चना।
संगम में अर्पित किए अक्षत, नैवेद्य, पुष्प, फल और लाल चुनरी, और उन्होंने आरती भी उतारी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की मौजूदगी में भी संगम घाटों पर चलता रहा श्रद्धालुओं का स्नान।
प्रधानमंत्री के प्रयागराज आगमन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने किया स्वागत।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को प्रयागराज महाकुंभ में मां गंगा, मां यमुना और मां सरस्वती की त्रिवेणी के पावन संगम में डुबकी लगाकर पूरी दुनिया को एकता का संदेश दिया। वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने पूरी आस्था और श्रद्धा के साथ त्रिवेणी संगम में स्नान किया है। पवन डुबकी लगाने से पहले प्रधानमंत्री ने भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया। इस दौरान वह रुद्राक्ष की माला का जप करते हुए भी नज़र आए। मां गंगा, मां यमुना और मां सरस्वती की आराधना करते हुए उन्होंने पावन डुबकी लगाई। डुबकी लगाने के बाद उन्होंने गंगा पूजन और आरती भी की। इससे पूर्व प्रधानमंत्री के प्रयागराज आगमन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत भी किया।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने विधिवत की पूजा-अर्चना …..
त्रिवेणी संगम पर डुबकी लगाने से पूर्व प्रधानमंत्री ने विधिवत पूजा अर्चना की है। संगम में उतरने से पहले प्रधानमंत्री ने सबसे पहले आस्था के साथ जल को स्पर्श किया और आशीर्वाद लिया। फिर सूर्य भगवान जी को अर्घ्य दिया। संगम स्नान के बाद उन्होंने पूरे विधि विधान से पूजा अर्चना भी की। काले कुर्ते और भगवा पट्टे और हिमाचली टोपी पहने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वैदिक मंत्रों और श्लोकों के बीच संगम त्रिवेणी में स्नान किया। संगम त्रिवेणी में अक्षत, नैवेद्य, पुष्प, फल और लाल चुनरी अर्पित की। उन्होंने संगम स्थल पर तीनों पावन नदियों की आरती भी उतारी है। वहां मौजूद तीर्थ पुरोहित ने उनका टीका लगाकर अभिवादन और अभिनंदन भी किया।
विशेष योग में किया स्नान……
महाकुंभ में जहां दुनिया भर के श्रद्धालुओं का समागम हो रहा है, वहां प्रधानमंत्री ने पावन डुबकी के माध्यम से पूरी दुनिया को “एक भारत श्रेष्ठ भारत” और “वसुधैव कुटुंबरम” का संदेश दिया। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्नान बहुत ही महत्वपूर्ण ऐतिहासिक क्षण भरा रहा। इस दौरान विशिष्ट योग का भी संयोग रहा। बुधवार का दिन विशेष था, क्योंकि पंचांग के अनुसार, इस समय गुप्त नवरात्रि चल रही है, और बुधवार को भीष्माष्टमी भी थी। गुप्त नवरात्रि पर जहां देवी पूजन किया जाता है तो वहीं भीमाष्टमी पर श्रद्धालु अपने पुरखों का तर्पण और श्राद्ध भी करते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह प्रयागराज एयरपोर्ट पहुंचे, जहां से वह एम आई 17 हेलीकॉप्टर में बैठकर डीसी हेलीपैड पहुंचे। यहां पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत और अभिनंदन भी किया। यहां से प्रधानमंत्री अरैल घाट पहुंचे। वहां से उन्होंने त्रिवेणी संगम का रुख किया। वोट पर उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहें। यह दौरान प्रधानमंत्री महाकुंभ में की गई व्यवस्थाओं और श्रद्धालुओं को दी जा रही व्यवस्थाओं सुविधाओं के विषयों में जानकारी लेते हुए भी दिखाई दिए। वोट से भ्रमण के दौरान प्रधानमंत्री ने त्रिवेणी संगम में मौजूदा श्रद्धालुओं का भी अभिवादन स्वीकार किया।
प्रधानमंत्री मोदी जब त्रिवेणी संगम पहुंचे तब आम श्रद्धालु भी स्नान कर रहे थे। प्रधानमंत्री मोदी जी के आगमन के बावजूद लोगों स्नान करने से नहीं रोका गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य श्रद्धालुओं ने एक साथ ही त्रिवेणी संगम में पावन डुबकी लगाई। इससे श्रद्धालु भी प्रसन्न नजर आए और संगम तट पर लाखों लोगों की मौजूदगी में हर हर गंगे और मोदी-मोदी के जयकारे गूंज रहे थे। 13 जनवरी से प्रारंभ हुए महाकुंभ में अब तक वीवीआईपी मूवमेंट के बावजूद श्रद्धालुओं को संगम स्नान में कहीं कोई दिक्कत नहीं आ रही है। किसी का नतीजा यह है की मात्रा 24 दिनों में अब तक 39 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकुंभ की शुरुआत से 1 महीने पहले 13 दिसंबर को प्रयागराज का दौरा किया था और 5500 करोड़ रुपए की 167 परियोजनाओं की सौगात दी थी। इसमें यात्री सुविधाओं केलिए रेलवे स्टेशनों के अपग्रेडेशन और डेवलपमेंट के साथ-साथ आरओबी फ्लाई ओवर, सड़कों का चौड़ीकरण, सुदृढ़ीकरण और सौंदर्यीकरण की प्रमुख परियोजनाएं सम्मिलित थी। इसके अतिरिक्त स्थाई घाटों, रिवर फ्रंट, सीवरेज, पेयजल, सुविधाओं के साथ विद्युत आपूर्ति से जुड़ी परियोजनाओं का भी शुभारंभ किया गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने अक्षयवट कॉरिडोर, सरस्वती कूप कॉरिडोर, बड़े हनुमान मंदिर कॉरिडोर, भारद्वाज ऋषि आश्रम कॉरिडोर, श्रृंगवेरपुर धाम कॉरिडोर का भी शुभारंभ किया था। इन परियोजनाओं और कॉरिडोर के शुभारंभ का उद्देश्य न सिर्फ श्रद्धालुओं के लिए महाकुंभ के अनुभव को यादगार बनाना था, बल्कि तीर्थराज प्रयागराज को प्रगति की नई दिशा दिखाना भी था।
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