बसपा उम्मीदवार जावेद सिमनानी की जनसभा जनसंपर्क मे मिल रहा है आपार जनसमर्थन
बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार जावेद सिमनानी चुनाव प्रचार कर लोगो से अपने पक्ष मे वोट की अपील
दिनेश चंद्र मिश्र, मंडल प्रभारी :गोरखपुर। गोरखपुर सदर लोक सभा से बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार जावेद सिमनानी चुनाव प्रचार कर लोगो से अपने पक्ष मे वोट की अपील कर रहे हैं।जहां बड़ी संख्या मे लोक सभा के मतदाताओं का आपार जनसमर्थन बीएसपी के उम्मीदवार के पक्ष में मिल रहा है।
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ये बाते ऑल इण्डिया कौमी एकता कमेटी के अध्यक्ष अशफाक हुसैन मेकरानी ने की हिन्दुस्तान की राजनीत मे पहली बार ऐसा देखने को मिल रहा है की जिन मोहल्लों, गांव में जावेद सिमनानी प्रचार प्रसार के लिए पहुच रहे हैं।
उक्त गांव मोहल्लों के मतदाता जनता अपने घरों से निकलकर जावेद सिमनानी को फूलो की माला गुलाब की पंखुड़ियां उड़ाकर उनका स्वागत कर रहे हैं और अपना आशीर्वाद दुआ बड़ी संख्या मे दे रहे हैं और चुनाव प्रचार में शामिल हो रहे हैं। ये बहुत बड़ी उपलब्धि है बसपा उम्मीदवार के लिए जीत सुनिश्चित हैं ये लोक सभा मे प्यार और सम्मान से प्रतीत हो रहा है।
मोहनलालपुर,बख्तियार, समौर, उनवल, फत्तेहपुर आदि जगह पर सभा व जनसंपर्क बड़ी संख्या मे किया गया।
जनसमर्थन में शामिल मोहम्मद रजा लड्डन खान, नवल किशोर नथानी, सुरेश कुमार, ऐडवोकेट शुऐब सिमनानी, तैमूर अजीम, रेहान खान, सुरेंदर कुमार, बदरे आलम आदि लोग शामिल रहे।
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एमएचसी प्रतिरक्षा प्रणाली अंगो के प्रतिरोपण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है – डॉ राजीव
गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के बाबा राघवदास मेडिकल कालेज के क्षेत्रीय चिकित्सा अनुसंधान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ राजीव सिंह ने कहा कि मेजर हिस्टोकम्पैटिबिलिटी कॉम्प्लेक्स ;.. एंटीजन प्रोसेसिंग और ऑटोइम्यून रोग विशेष रूप से चिकित्सा एवं वैज्ञानिक दृष्टि से रोचक और महत्वपूर्ण क्षेत्र है जिसे पूरी तरह से मेजर हिस्टोकम्पैटिबिलिटी कॉम्प्लेक्स के रूप में भी जाना जाता है।
डा. सिंह महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर के संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय के बायोटेक्नोलॉजी विभाग में मेजर हिस्टोकम्पैटिबिलिटी कॉम्प्लेक्स ;एमएचसी. एंटीजन प्रोसेसिंग और ऑटोइम्यून रोग पर व्याख्यान देते हुए आज कहा कि एक व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह बाहरी तथा स्वयं के अंगों को पहचानने और प्रतिक्रिया करने की क्षमता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। एंटीजन प्रसंस्करण एक प्रतिरक्षाविज्ञानी प्रक्रिया है जिससे एमएचसी के क्रियान्वयन को बल मिलता है त्तथा अंगो के प्रतिरोपण में महत्वपूर्ण में भी भूमिका निभाता है ।
उन्होंने कहा हकि एमएचसी में त्रुटी हो जाने पर विभिन्न तरह की स्व प्रतिरक्षा रोग जैसे की गठिया, पीठ में अकड़न तथा टाइप वन डायबिटीज प्रमुख है ।
डॉ राजीव सिंह ने कहा कि ऑटोइम्यून बीमारी तब होती है जब शरीर की प्राकृतिक रक्षा कोशिकाओं के बीच अंतर नहीं कर पाती है जिससे 80 से अधिक प्रकार की ऑटोइम्यून बीमारियाँ शरीर के विभिन्न अंगों को प्रभावित करती हैं। सही समय पर चिकित्सीय परामर्श लेकर मरीज स्वयं को स्वस्थ रख सकता है ।
उन्होंने कहा कि एमएचसी अणुओं का मुख्य कार्य बहिर्जात एंटीजन जैसे कि बाह्य कोशिकीय रोगजनकों ;बैक्टीरिया, कवकए, परजीवी या घुलनशील प्रोटीन से प्राप्त एंटीजन को सीडी4़ सहायक टी लिम्फोसाइट्स ;टीएच कोशिकाओं में प्रस्तुत करना है। यह इंटरैक्शन विभिन्न प्रतिरक्षा प्रतिक्रियाओं को सक्रिय करने और विनियमित करने के लिए महत्वपूर्ण है। जिसमें बी कोशिकाओं द्वारा एंटीबॉडी का उत्पादन साइटोटॉक्सिक टी कोशिकाओं की सक्रियता और जन्मजात प्रतिरक्षा तंत्र का आयोजन शामिल है।
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