बरेली पहुंची पेंशन बहाली यात्रा का जय युवा जय अटेवा के नारों से हुआ स्वागत

पुरानी पेंशन बहाली को लेकर सड़कों पर उतरा जनसैलाब

बरेली। जय युवा जय अटेवा के नारों के साथ बरेली पहुंची नई पेंशन निजी करण भारत छोड़ो की यात्रा का हजारों की संख्या में कर्मचारी, टीचर्स नें स्वागत किया। नई पेंशन स्कीम निजीकरण भारत छोड़ो यात्रा गांधीजी के चंपारण से 1 जून से शुरू हुई जो बिहार से चलकर बलिया और उत्तर प्रदेश के रास्ते होते हुए आज शुक्रवार को बरेली पहुंची। पुरानी पेंशन बहाली को लेकर सड़कों पर जनसैलाब उमड़ा। सभी एक स्वर से पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग कर रहे थे।

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पेंशन बहाली यात्रा के साथ बरेली पहुंचे धीरज उपाध्याय ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली को लेकर जो जनसैलाब आप देख रहे हैं। कभी शिक्षक कर्मचारी के इतिहास में ऐसा नहीं होगा यह भूख पुरानी पेंशन बहाली को लेकर है। उन्होंने केंद्र व राज्य सरकार से पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग की। वही धीरज ने कहा कि यह कैसा राष्ट्रवाद है एक तरफ देश के अर्ध सैनिक बलों को पेंशन नहीं दी जाती है वही देश का माननीय चार -चार बार पेंशन लेता
उन्होंने कहा कि जब तक पुरानी पेंशन बहाल नहीं होगी एवं निजी करण समाप्त नहीं होगा तब तक वह चुप नहीं बैठेंगे। और पूरे देश में पुरानी पेंशन बहाली को लेकर प्रदर्शन करेंगे।
यात्रा में सम्मलित हुए शिक्षकों एवं कर्मचारीओं को दमोदर स्वरूप पार्क पर सम्बोधित करते हुए NMOPS के रास्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बन्धू ने चेतावनी भरे स्वर में कहा कि देश भर का शिक्षक एवं अपने हितों को लेकर अब जाग चुका है। अब से पूर्व कर्मचारी चुनावों में दर्शक बना रहता था। परन्तु अब वह कुशल खिलाड़ी बन गया है। इसके परिणाम हाल ही में सम्पन्न कुछ राज्यों के विधान सभा चुनावों में देखने को मिल गये है। अब सरकारों के पास केवल एक ही रास्ता है पुरानी पेंशन की बहाली।
यात्रा में प्रमुख रूप से अटेवा के प्रांतीय संयुक्त मंत्री निर्भय सिंह, मण्डलीय संगठन मंत्री भूपसिंह, रूप किशोर गंगवार, कोषा अध्यक्ष हेमपाल, डॉ. पंकज यादव, राम लाल कश्यप, अरविन्द चौहान, विशनोद कुमार, भारत वीर, धीरेन्द्र कुमार, मुकेश कुमार, रवि शंकर रस्तोगी, जितेन्द्र श्रीवास्तव, प्रमोद गंगवार, प्रसून गंगवार, मधुरेश दिक्षित, राजेवश्वरी मौर्या आदि सम्मलित हुए।
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