झोलाछाप डॉक्टर ने ले ली 65 वर्षीय ओम प्रकाश की जान, परिजनों ने लगाया गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप।
जनपद सीतापुर जो कि गांव की चौराहे पर एक प्राइवेट झोलाछाप डॉक्टर से जुकाम और बुखार की दवा लेने गए। आरोप है कि झोलाछाप डॉक्टर ने गलत इंजेक्शन लगा दिया, जिससे ओमप्रकाश हालात बिगड़ने लगी। जिसे परिजन जिला अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने बताया कि आदित्य सिंह नाम का झोलाछाप डॉक्टर जो सेमरहान चौराहे के पास दवाई की दुकान चलाता है।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ)TV 9 भारत समाचार इमलिया (सीतापुर )।
स्वास्थ्य विभाग की दिन पर दिन लापरवाही बढ़ती जा रही है। जिसके चलते झोलाछाप डॉक्टरों की भरमार हो गई है। अक्सर झोलाछाप डॉक्टर सुर्खियों में बने रहते हैं। मगर इन पर किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की जाती है। जिससे आए दिन कहीं ना कहीं इन झोलाछाप डॉक्टरों के इलाज से लोगों की जान जोख़िम में बनी रहती है। सीतापुर के स्वास्थ्य विभाग के लापरवाही एक बार फिर सामने उजागर हुई हैं।
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थाना इमलिया सुल्तानपुर क्षेत्र के ग्राम सेमरहान निवासी ओम प्रकाश उम्र तकरीबन 65 वर्ष पुत्र शिवनंदन थाना इमलिया सुल्तानपुर जनपद सीतापुर जो कि गांव के ही चौराहे पर एक प्राइवेट झोलाछाप डॉक्टर से ज़ुकाम और बुखार की दवा लेने गए थे। आरोप है कि झोलाछाप डॉक्टर ने गलत इंजेक्शन लगा दिया था। जिससे ओमप्रकाश की हालत बिगड़ने लगी, जिसे परिजन जिला अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने बताया है कि आदित्य सिंह नाम का झोलाछाप डॉक्टर जो सेमरहान चौराहे के पास दवाई की दुकान चलाता है।
जहां मृतक दवा लेने गया था किंतु गलत इंजेक्शन लगा देने से हालत बिगड़ी जहां जिला अस्पताल लेकर गए कि रास्ते में ही ओमप्रकाश पीड़ित इंसान की मृत्यु हो गई। इस घटना की सूचना मृतक के पुत्र तरुण कुमार एवं पुत्री रूबी द्वारा पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने छानबीन करते हुए बताया कि झोलाछाप डॉक्टर का नाम पुनीत पुत्र मिश्रीलाल ग्राम सुजावल थाना इमलिया सुल्तानपुर जनपद सीतापुर का रहने वाला है। जो कि सेमरहान चौराहे पर प्राइवेट क्लीनिक चलाता है, और लोगों को दवाई देता है। मृतक पुनीत सिंह के पास दवा लेने के लिए आया था, जो कि गलत इंजेक्शन लगाने से ओमप्रकाश की मृत्यु हो गई।
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वही इस घटना को लेकर पुनीत कुमार ने बताया है कि हमने कोई भी दवा नहीं दी केवल एक गिलास पानी पिलाया था, ना ही किसी प्रकार की दवा दी और ना ही किसी प्रकार का कोई इंजेक्शन लगाया था। मृतक के परिजनों का आरोप निराधार और गलत है। मृतकका पुत्र तरूण कुमार और पुत्री रूबी मीडिया कर्मियों को बताया है कि आदित्य सिंह नाम के व्यक्ति ने जो दवा दी थीं, जिससे उनके पिता की हालत बिगड़ी और अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही उनकी मृत्यु हो गई।
जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने मृत्यु की पुष्टि की। प्रेजेंट जिसे आदित्य सिंह बता रहे थे, उनका नाम पुनीत सिंह है, पुत्र मिश्रीलाल जो की चौराहे पर प्राइवेट दवाखाना चलते हैं। जिसका कहना है कि ना तो मृतक को उसने कोई दवा दी हैं, और ना ही कोई इंजेक्शन लगाया है, और ना ही उसका इलाज़ किया हैं। फिलहाल मामला पुलिस तक पहुंचा, पुलिस छानबीन कर रही है। तो वहीं परिजन मृतक का पोस्टमार्टम करने के लिए पुलिस को प्रार्थना पत्र दिया है। हालांकि, अभी पुलिस ने इस प्रकरण को लेकर कहा है कि पीड़ित की तरफ से प्रार्थना पत्र मिला है। जांच की जाएगी जो भी शक्ति होगा सामने आएगा। तो वहीं परिजन द्वारा गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाते हुए दोषी डॉक्टर पर कार्यवाही की मांग की हैं।